‘आईटूयुटू’ के माध्यम से भारत में बड़े निवेश का ऐलान

नई दिल्ली – ‘ऊर्जा सुरक्षा, अन्न सुरक्षा और आर्थिक विकास’ यह ‘आईटूयुटू’ का विधायक एजेंड़ा इसकी प्रथम बैठक में सामने आया है। वैश्विक स्तर की अनिश्चितता के मद्देनज़र देशों के बीच सक्रिय सहयोग का दायरा ‘आईटूयुटू’ ने विश्व के सामने रखा है’, ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा। भारत, इस्रायल, यूएई और अमरीका के ‘आईटूयुटू’ गुट के राष्ट्रप्रमुख की पहली वर्चुअल बैठक गुरुवार को हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने इस सहयोग का स्वागत किया। इसकी पहली बैठक में ही अन्न सुरक्षा और ऊर्जा क्षेत्र में ‘अरबों डॉलर्स निवेश का ऐलान किया गया।

‘आईटूयुटू’ के तहत भारत, इस्रायल, यूएई और अमरीका की काफी अहम छह क्षेत्रों में संयुक्त निवेश करने पर सहमति हुई है। इसमें पानी, ऊर्जा, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य, अन्न सुरक्षा और परिवहन का समावेश होने की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदान की। चारों देशों की क्षमता, पूंजी, कुशलता, बाज़ार का मेल करके हम वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास में काफी बड़ा योगदान दे सकते हैं, ऐसा विश्वास प्रधानमंत्री मोदी ने व्यक्त किया।

इस बैठक में ‘आईटूयुटू’ गुजरात के ‘हायब्रिड रिन्युएबल एनर्जी प्रोजेक्ट’ में बड़ा निवेश करेगी, ऐसे संकेत प्राप्त हुए। इसके साथ ही ‘आईटूयुटू’ का हिस्सा होनेवाले यूएई ने भारत में ‘इंटिग्रेटेड फुडपार्क’ का निर्माण करने के लिए कुल २०० करोड़ डॉलर्स निवेश का ऐलान किया है। इस वजह से ‘आईटूयुटू’ से भारतीय अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ प्राप्त होगा, यह विश्लेषकों का दावा सच साबित होता दिख रहा है।

इसी बीच ‘आईटूयुटू’ यानी पश्चिमी एशियाई ‘क्वाड’ होने के दावे किए जा रहे हैं। इस गुट में भारत का समावेश गेमचेंजर होने का बयान इस्रायल के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने किया था। पिछले कुछ सालों से खाड़ी देशों पर भारत का प्रभाव बढ़ रहा है। इस कारण भारत इस्रायल के सहयोग की अहमियत खाड़ी देशों को अधिक प्रभावी पद्धति से समझा सकता है, यह विश्वास इस्रायल के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने व्यक्त किया था।

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