ईरान के परमाणु महत्वाकांक्षा के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए इस्राइल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू अगले हफ्ते में यूरोप दौरे पर

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

जेरुसलेम – ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षा और खाड़ी में प्रभाव बढाने के लिए चल रही गतिविधियाँ इन मुद्दों पर चर्चा करने के लिए अगले हफ्ते यूरोप के दौरे पर जाने की जानकारी, इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने दी है। अमरिका ईरान के परमाणु अनुबंध से बाहर निकलने के बाद यूरोपीय देशों ने परमाणु अनुबंध बचाने के लिए ईरान को सहकार्य करने का फैसला लिया है। इस पृष्ठभूमि पर इस्राइली प्रधानमंत्री का यह दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

‘मै अगले हफ्ते यूरोप दौरे पर जा रहा हूँ। इस दौरे में मै जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युअल मैक्रॉन और शायद ब्रिटन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे से मुलाकात करूँगा। ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षा और खाड़ी में प्रभाव बढाने के लिए चल रही आक्रामक गतिविधियाँ रोकने के लिए मै उनके साथ चर्चा करने वाला हूँ। इन मुद्दों पर इस्राइल की भूमिका स्पष्ट शब्दों में रखने वाला हूँ’, इन शब्दों में नेत्यान्याहू ने अपने यूरोप दौरे की जानकारी दी है।

परमाणु महत्वाकांक्षा

पिछले कई सालों से इस्राइल अकेले ही ईरान के खतरों का सामना दृढ़ता से कर रहा है और अब परिस्थिति बदल गई है, इन शब्दों में नेत्यान्याहू ने अपने दौरे का उद्देश्य स्पष्ट किया। नेत्यान्याहू के दौरे की फ़्रांस ने पुष्टि की है और इस मुलाकात में ईरान ही प्रमुख मुद्दा होगा, यह कबूल किया है।

जर्मनी और फ़्रांस इन दोनों देशों ने ईरान परमाणु अनुबंध के मुद्दे पर ईरान को समर्थन देने का निर्णय लिया है। यूरोपीय महासंघ ने भी ईरान को समर्थन दिया है और परमाणु अनुबंध के मुद्दे पर रशिया और चीन के साथ सहकार्य की भूमिका अपनाई है। इस वजह से नेत्यान्याहू के दौरे में इस मुद्दे को लेकर इस्राइल और यूरोपीय देशों के बीच विवाद निर्माण होगा, ऐसा विश्लेषकों का दावा है ।

इस्राइल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अमरिका में दाखिल

वॉशिंग्टन – अमरिका ने ईरान के खिलाफ वैश्विक मोर्चा खोलने की घोषणा करने के बाद कुछ दिनों में इस्राइल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ‘मीर बेन-शाबात’ अमरिका के दौरे पर दाखिल हुए हैं। ‘मीर बेन-शाबात’ मंगलवार को अमरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन से मुलाकात करने वाले हैं और ईरान के मुद्दे पर संयुक्त अनुबंध होने की होने की संभावना है, यह जानकारी सूत्रों ने दी है।

परमाणु महत्वाकांक्षा

पिछले साल दिसंबर महीने में अमरिका और इस्राइल के बीच ईरान के मुद्दे पर एक अनुबंध किया गया था। ईरान का परमाणु कार्यक्रम और खाड़ी का ‘प्रोक्सी नेटवर्क’ इसके खिलाफ संयुक्त कार्रवाई के बारे में यह अनुबंध था। लेकिन अमरिका ने ईरान के परमाणु अनुबंध से बाहर निकलने के बारे में लिया हुआ निर्णय और सीरिया में ईरान का बढ़ता हस्तक्षेप इस पृष्ठभूमि पर सदर अनुबंध में बदलाव किए जाने वाले हैं।

बोल्टन और इस्राइल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार इस मुद्दे पर चर्चा करने वाले हैं और अनुबंध को अंतिम रूप देने वाले हैं, ऐसा सूत्रों ने दावा किया है।

 

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