ईरान की मिसाइलों को नष्ट करने का इस्रायल का दांव नाकामयाब कर देंगे – ईरान के संरक्षण मंत्रालय का आरोप

तेहरान – “ईरान की मिसाइलों को बिगाडकर विस्फोट करने की बडी साजिश इस्रायली गुप्तचर प्रणाली ’मोसाद’ ने रची थी। पर ईराण की गुप्तचर प्रणाली ने इस्रायल की यह साजिश नाकामयाब कर दी। इसकी वजह से बडी दुर्घटना टल गई”, ऐसा आरोप ईरान के संरक्षण मंत्रालय ने लगाया। इसके अलावा ईरान के सुरक्षा यंत्रणाओं ने मोसाद के १४ एजंट्स को पकडने का दावा भी ईरान ने किया है। इसी दौरान ईरान ने इससे पहले भी इस्रायल को नाताज परमाणु प्रकल्प तथा लश्करी ठिकानों पर दुर्घटना के लिए जिम्मेदार घोषित किया था। पर इस्रायल ने ईरान का आरोप खारिज किया था। 

संरक्षण मंत्रालयअमेरिका एवं पश्चिमी देशों ने निर्बंध भले ही हटाए हों फिर भी ईरान ने दावा किया था कि, हमने बडे पैमाने पर मिसाइलें निर्माण की हैं। इसके लिए ईरान ने अपने गुप्त सुरंगी मिसाइलों के तल के फोटोस एवं वीडिओज भी प्रसिद्ध किए थे। इस मिसाइलों के तलों के साथ-साथ लडाकु विमानों के सुरंगी तल भी तत्पर होने के फोटोस भी ईरान के रिवोल्युशनरी गार्ड्स ने प्रकाशित किए थे। इसके द्वारा इरान ने अपनी लश्करी तत्परता का इशारा दिया था।

इस्रायल के हवाई हमलों का निशाना न बनें इसके लिए ईरान ने अपने मिसाइल एवं लडाकु विमानों का सुरंगी तल तैयार करने का दावा लशकरी विश्लेशकों ने किया था। पर ईरान के संरक्षण मंत्रालय के नए आरोप अनुसार सुरंगी तल की यह मिसाइले भी सुरक्षित नहीं रहे। अपने इन मिसाइलों में तकनीकी खराबी की वजह से वे नष्ट अथवा नाकाम करने की साजिश इस्रायल ने रची थी, ऐसा आरोप ईरान ने लगाया था। 

ईरान को मिसाइलों के प्रक्षेपण की जरुरत वाले ’कनेक्टर्स’ विदेश से खरीदे जाते हैं। यह बात जानकर इस्रायल ने कम कीमतवाले पर दूसरी प्रति के कनेक्टर्स बाजारों में भेजे थे। शिकंजा कसकर ईरान द्वारा यह दूसरी प्रति के कनेक्टर्स खरिदवाए गए थे। इन कनेक्टर्स के इस्तेमाल के कारण मिसाइलों में खराबी अथवा विस्फोट कराए जा सकते थे। इसलिए ईरान के मिसाइलों के कार्यक्रम को बडा झटका लगा था। पर ईरान की गुप्तचर यंत्रणाओं ने कार्रवाई करके यह साजिश नाकाम करने का दावा उक्त कनेक्टर्स के फोटोस एवं वीडियोस प्रसिद्ध किए हैं।

ईरान इन कनेक्टर्स का इस्तेमाल ड्रोन्स में भी करता है। इसलिए मिसाइलों के साथ-साथ ईरान के ड्रोन्स कार्यक्रम का भी जबरदस्त नुकसान हुआ होता, ऐसा दावा ईरान की वृत्तसंस्थाएं कर रही हैं। पर ईरान के संरक्षण मंत्रालय द्वारा प्रसिद्ध की गई इस जानकारी पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। ईरान के लश्करी वेबसाईट पर दी गई जानकारी के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में रशियन बनावट के कनेक्टर्स अव्वल स्तर के हैं और ईरान की मिसाइलों में यही इस्तेमाल किए जाते हैं।

यदि ऐसा किया होगा तो रशियन बनावट के कनेक्टर्स के बदले में दूसरी प्रति के कनेक्टर्स की खरीदारी करने वाली ईराण की यंत्रणा में हो रहे भ्रष्टाचार दिखाई देते हैं। तो ईरान इस्रायल पर गलत इलजाम लगा रहा है, इस तरफ इस्रायली माध्यम ध्यान आकर्षित करते हैं। इससे पहलेभी ईरान के शासन में भ्रष्टाचार गहराई तक फैला हुआ होने का आरोप लगाए गए थे। अपने भ्रष्ट्राचार को छुपाने के लिए ईरान का शासन दंतकथाएं रचता है ऐसी टीका युरोप में आश्रय लेने वाले ईरानी वंशियों ने लगाए थे।

तो, ईरान ने लगाए हुए आरोपों की ओर इस्रायल ने ध्यान नहीं दिया। पहले भी ईरान ने परमाणु प्रकल्प, लश्करी ठिकाने, शस्त्रनिर्माण करने वाली कंपनियां ईंधन प्रकल्प तथा अपने वैज्ञानिकों पर हुए हमलों के लिए इस्रायल पर आरोप लगाए थे।

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