न्यायिक सुधार स्थगित करके इस्रायल में संभावित गृहयुद्ध टाला गया – प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू का ऐलान

जेरूसलम – इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने न्याय पालिका में सुधार करने से संबंधित निर्णय स्थगित कर दिया है। सोमवार देर समय प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने अपने इस निर्णय का ऐलान किया। इस्रायल में संभावित गृह युद्ध को टालने के लिए यह कदम उठाया गया है, ऐसा प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने कहा। लेकिन, राजनीतिक विरोधियों से चर्चा करके एक महीने बाद इस पर निर्णय लेंगे, ऐसा इस्रायल के प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया। इस्रायल में नियुक्त अमरीका के राजदूत टॉम निडेस ने इस निर्णय का स्वागत किया। साथ ही प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू को जल्द ही अमरीका यात्रा का न्यौता भेजा जाएगा, यह भी अमरिकी राजदूत ने कहा।

तीन महीने पहले इस्रायल के प्रधानमंत्री बने नेत्यान्याहू ने न्यायिक व्यवस्था में सुधार करने का प्रस्ताव पेश किया था। देश हित के लिए इस्रायल की न्याय व्यवस्था को उदारतवादियों के प्रभाव से मुक्त कराने के लिए यह सुधार की ज़रूरत होने का बयान प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू और उनकी सरकार ने किया था। लेकिन, नेत्यान्याहू के खिलाफ एकजुट हुए विरोधियों ने पिछले तीन महीनों से प्रदर्शन शुरू किए थे। इसके बावजूद प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू अपने निर्णय पर कायम रहे। लेकिन, रविवार को नेत्यान्याहू की लिकूड पार्टी के वरिष्ठ नेता और रक्षा मंत्री गैलंट भी इन सुधार के खिलाफ होने के बाद इस्रायल में प्रदर्शन तीव्र हुए।

प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने गैलंट को रक्षा मंत्री पद से हटाया। साथ ही सोमवार देर समय न्यायिक सुधार का निर्णय फिलहाल स्थगित करने का ऐलान किया। गृहयुद्ध की ओर बढ़ने वाले अपने देश को बचाने के लिए हमने यह कदम उठाया है, ऐसा इस्रायली प्रधानमंत्री ने कहा। इस्रायल के कुछ छोटे गुट देश के टुकड़े करने की कोशिश में लगे हुए हैं, यह आरोप नेत्यान्याहू ने लगाया। लेकिन, हमने  हार नहीं नहीं मानी है, यह भी उन्होंने ड़टकर कहा। ३० अप्रैल तक देश के राजनयिक विरोधियों से इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी और इसके बाद इस्रायल के संसदीय अधिवेशन में निर्णय घोषित किया जायेगा, यह ऐलान इस्रायल के प्रधानमंत्री ने किया।

इसी बीच, इस्रायल के सेनाप्रमुख ने अपने सैनिकों को इस पूरे विवाद से दूर रहने की ताकीद दी है। कुछ ठिकानों पर इस्रायली सैनिक और पुलिस अधिकारी प्रदर्शनकारियों के समर्थन में शामिल हुए थे। इसकी वजह से इस्रायल में गृहयुद्ध जैसी स्थिति निर्माण होने की चर्चा होने लगी थी। इस पृष्ठभूमि पर इस्रायली सेनाप्रमुख ने अपने सैनिकों को दी हुई चेतावनी अहमियत रखती है।

इस्रायल के राष्ट्राध्यक्ष हर्ज़ोग ने भी देश की प्रमुख पार्टियों के नेताओं को इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया है। लेकिन, पूर्व प्रधानमंत्री लैपिड एवं रक्षा मंत्री गांत्ज़ ने प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू का चर्चा का प्रस्ताव ठुकराया है। इसी बीच इस्रायल में प्रदर्शनकारी गुटों ने भी सरकार विरोधी प्रदर्शन जारी रखने का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू अपने सभी निर्णय पीछे नहीं लेते, तब तक यह प्रदर्शन जारी रहेंगे, ऐसा इन प्रदर्शनकारियों ने कहा है।

इसी बीच, इस्रायल में नियुक्त अमरिकी राजदूत टॉम निडेस ने प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू के निर्णय का स्वागत किया है। इससे इस्रायल में शांति स्थापित होगी, ऐसा दावा अमरिकी राजदूत ने किया। साथ ही अगले कुछ दिनों में राष्ट्राध्यक्ष बायडेन और प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू की वाईट हाऊस में मुलाकात मुमकिन है, ऐसा निडेस ने कहा।

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.