गोलान पहाड़ियों में ‘ट्रम्प हाईटस्‌’ का निर्माण करने के लिए इस्रायल की मंज़ुरी

जेरूसलम – सन १९६७ के युद्ध में इस्रायल ने कब्ज़ा की हुईं सीरिया की गोलान पहाड़ियों की ज़मीन पर ‘ट्रम्प हाईटस्‌’ का निर्माण करने का ऐलान इस्रायल ने किया है। इस प्रस्ताव को इस्रायल के मंत्रिमंडल ने हाल ही में मंज़ुरी दी। अमरीका के साथ आंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने भी, इस्रायल ने गोलान पहाड़ियों पर किया कब्ज़ा अवैध होने का ऐलान किया था। लेकिन, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अमरीका की इस भूमिका में बदलाव किया और पिछले वर्ष ही, इस्रायल ने गोलान पहाड़ियों पर किए कब्ज़े को वैध करार दिया था। इसलिए, इस्रायल वहाँ पर कर रहें निर्माण कार्य को ‘ट्रम्प हाईटस्‌’ नाम दिया गया है।Golan hills

पिछले वर्ष के मार्च महीने में इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने अमरीका की यात्रा की थी। इस दौरान अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने, गोलान पहाड़ियों पर इस्रायल का कब्ज़ा वैध होने की बात कहकर इसे मंज़ुरी दी थी। उनके इस निर्णय की खाड़ी क्षेत्र में बड़ी गुँजें उठीं थीं। सीरिया, ईरान एवं अन्य देशों ने भी इसका कड़ा विरोध किया था। लेकिन, इस्रायल ने इसका ज़ोरदार स्वागत किया। इसके बाद अब इस्रायल ने, गोलान पहाड़ियों के क्षेत्र में हो रहें निर्माण कार्य को ‘ट्रम्प हाईटस्‌’ नाम दिया है। इस ज़गह पर इस्रायल अपने नागरिकों के लिए रियासी इलाके विकसित कर रहा है और इसके लिए २३ लाख अमरिकी डॉलर्स का निवेश किया जा रहा है। सन १९६७ में हुए अरब-इस्रायल युद्ध के दौरान इस्रायल ने गोलान पहाड़ियों का क्षेत्र सीरिया से जीत लिया था। लेकिन वहाँ पर इस्रायल ने किए कब्ज़े को आंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने अवैध कहा था। लेकिन सन १९८१ में इस्रायल ने यह क्षेत्र अपना होने का ऐलान किया था।Benjamin Netanyahu Israel

यह क्षेत्र हम आज नहीं तो कल इस्रायल से वापस लेंगे, यह भूमिका सीरिया ने अपनाई है। सीरिया में गृहयुद्ध शुरू होने पर गोलान पहाड़ियों के क्षेत्र का इस्तेमाल करके इस्रायल सीरियन बागियों को समर्थन प्रदान कर रहा है, यह आरोप सीरिया की अस्साद हुकूमत करती रही है। वहीं, सीरियन सेना एवं ईरान समर्थक हिजबुल्लाह के आतंकी, गोलान पहाड़ियों के नज़दिकी क्षेत्र में हरकतें करते हैं, यह आरोप इस्रायल करता रहा है। यहाँ के सरहदी क्षेत्र में सीरियन सेना, हिजबुल के आतंकी और इस्रायली सेना के बीच मुठभेड़ होने की ख़बरें प्राप्त हुई थी। इसके बाद इस्रायल ने इस क्षेत्र में लष्करी तैनाती में और भी बढ़ोतरी की थी।

इस पृष्ठभूमि पर, गोलान पहाड़ियों में हो रहा इस्रायल का निर्माणकार्य और इसे दिया गया ‘ट्रम्प हाईटस्‌’ यह नाम, यह विवादित घटना साबित हो सकती है। इससे पहले जब बराक ओबामा अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष थे, तब उन्होंने यह प्रस्ताव दिया था कि इस्रायल-पैलेस्टाईन एवं अरब-इस्रायल विवाद का हल निकालने के लिए इस्रायल सन १९६७ से पहले की सीमा पर संतोष मानकर समझौता करें। लेकिन यह प्रस्ताव इस्रायल ने ठुकराया था। सन १९६७ की और अबकी स्थिति अलग है, यह कहकर इस्रायल ने बराक ओबामा को, यह प्रस्ताव इस्रायलविरोधी होने की बात सुनाई थी। लेकिन ओबामा के बाद अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष होने पर, डोनाल्ड ट्रम्प ने इस्रायल संबंधित भूमिका में पूरी तरह से बदलाव किया है। गोलान पहाड़ियों के इलाके में इस्रायल कर रहा ‘ट्रम्प हाईटस्‌’ का निर्माण इसी बात का सबूत है।

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