इस्रायल के सीरिया में स्थित लष्करी तलों पर हवाई हमले- सीरियन लष्कर का आरोप

दमास्कस: इस्रायल के लड़ाकू विमान ने बुधवार सवेरे सीरिया के लष्करी तल पर मिसाइल हमले किए। सीरियन लष्कर के ‘साइंटिफिक मिलिटरी सेंटर’ इस प्रयोगशाला को लक्ष्य बनाने के लिए इस्रायल ने मिसाइल हमले करने का आरोप सीरियन लष्कर ने किया है। लेकिन सीरियन लष्कर ने मिसाइलभेदी यंत्रणा का इस्तेमाल कर के इस्रायल के बहुतांश मिसाइलों को सफलतापूर्वक भेदने का दावा सीरियन लष्कर ने किया है। साथ ही इस हमले के बाद सीरिया ने इस्रायल को गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने की धमकी दी है।

बुधवार की सुबह सीरिया की मीडिया ने इस्रायल के हवाई हमलों की खबर प्रसारित की। सीरियन लष्कर ने दी हुई जानकारी के अनुसार सवेरे इस्रायल के लड़ाकू विमानों ने लेबेनॉन की हवाई सीमा में घुसकर सीरिया की राजधानी दमास्कस की दिशा में मिसाइल प्रक्षेपित किए। दमास्कस के पास ‘जामराया’ में स्थित लष्करी प्रयोगशाला को लक्ष्य बनाने के लिए इस्रायल ने इन मिसाइलों को दागने का आरोप सीरियन लष्कर ने किया है। इस दौरान इस्रायली लड़ाकू विमानों ने कितने मिसाइल दागे, इसकी जानकारी सीरियन लष्कर नहीं दी है। लेकिन इस्रायल के मिसाइलों ने जामराया के लष्करी तल को लक्ष्य बनाने के पहले ही मिसाइल भेदी यंत्रणा का इस्तेमाल करके इस्रायल के बहुतांश मिसाइलों को भेदने का दावा सीरियन लष्कर कर रहा है।

इस के बाद सीरियन लष्कर ने इस्रायल को धमकाया है। ‘इस्रायल की इस आक्रामकता और आतंकी साहस की वजह से निर्माण होने वाले परिणामों को इस्रायल पूरी तरह से जिम्मेदार होगा’, ऐसा सीरियन लष्कर ने इशारा दिया है। इस पर इस्रायल की तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आयी है। इस के पहले भी इस्रायल ने अपने लष्करी अड्डों पर हमले करने का और अपने लष्कर ने इन हमलों को नाकाम बनाने का दावा सीरिया ने किया था। इस्रायल के विमान को गिराने की बात भी इस के पहले सीरियन लष्कर ने घोषित की थी। लेकिन इस्रायल ने सीरिया के इन दावों को ख़ारिज किया था।

पिछले तीन महीनों में इस्रायल ने दूसरी बार इस लष्करी अड्डे को लक्ष्य बनाने का दावा सीरियन लष्कर कर रहा है। जामराया में स्थित लष्करी अड्डे की प्रयोगशाला में रॉकेट्स, मिसाइलें और अपारंपरिक हथियारों की निर्मिती होती है, ऐसा दावा किया जाता है। सीरिया इन मिसाइलों की आपूर्ति हिजबुल्लाह को करता है, ऐसा दावा इस्रायल कर रहा है। इस कारण की वजह से इस्रायल इस लष्करी अड्डे को नियमित रूपसे लक्ष्य बना रहा है, ऐसा दिखाई दे रहा है।

दौरान, सीरिया की लष्करी गतिविधियाँ इस्रायल की सुरक्षा के लिए खतरनाक साबित होने का इशारा इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने पिछले हफ्ते में अपने रशिया के दौरे में दिया था। रशिया सीरिया में चल रही ईरान और हिजबुल्लाह की गतिविधियों को रोके। अन्यथा इस्रायल को कार्रवाई करनी पड़ेगी, ऐसा प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने कहा था। लेकिन रशिया ने सीरिया में चल रही ईरान और हिजबुल्लाह की भूमिका का समर्थन करके इस्रायल को विरोध किया था।

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