इस्रायल पर हमले करने से पहले हमास, इस्लामिक जिहाद के ५०० आतंकवादियों को ईरान में प्रशिक्षण प्राप्त हुआ – अमेरिकी अखबार का दावा

वॉशिंग्टन/जेरूसलम – हमास के आतंकवादियों ने ७ अक्टूबर के दिन इस्रायल पर भीषण हमला किया था। लेकिन, एक महीना पहले हमास और इस्लामिक जिहाद के आतंकवादियों को ईरान में ही इस हमले को अंजाम देने का प्रशिक्षण प्राप्त हुआ था। ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्डस ने इन आतंकवादियों को पूरा प्रशिक्षण दिया था। इसके अलावा इन हमलों के पांच दिन पहले लेबनान में मौजूद ईरान की सेना अधिकारियों ने हमास को इस्रायल पर हमले करने की अनुमति दी थी, ऐसा दावा ‘द वॉल स्ट्रिट जर्नल’ नामक अमेरिकी अखबार ने किया है। कुछ ही घंटे पहले  ने भी यह आरोप लगाया था कि, हमास के इस हमले के पीछे ईरान हैं।

तीन हफ्ते पहले हमास के सैकड़ों आतंकवादियों ने दक्षिणी इस्रायल में घुसपैठ की थी। इन आतंकवादियों ने गाजा-इस्रायल की सीमा पर लगाए हाई-टेक बाड़ की यंत्रणा नाकाम कर दी थी। साथ ही नियोजित योजना के अनुसार आतंकवादियों ने इस्रायली पर्यटन केंद, ज्यूधर्मियों के रिहायशी इलाकों पर बड़े हमले करके रक्तपात किया। गाजा पट्टी में भाग जाने से पहले हमास के आतंकवादियों ने २२४ इस्रायली नागरिकों को अगवा किया था। पिछले कई वर्षों से गाजा के आतंकवादियों का मुकाबला कर रही इस्रायली सुरक्षा यंत्रणा ने यह ‘हमास की मोडस ऑपरेंडी’ नहीं हैं, ऐसा कहा था। इस्रायली सेना के प्रवक्ता रिअर एडमिरल डैनियल हागेरी ने बुधवार को माध्यमों से बातचीत करते हुए यह बात रेखांकित की।

हमास के आतंकवादियों ने यह हमला किया हो, फिर भी यह ईरान की ही ‘मोडस ऑपरेंडी’ होने का आरोप इस्रायली सेना के प्रवक्ता ने लगाय। इस्रायली सुरक्षा यंत्रणाओं को चुनौती देने के लिए आवश्यक संसाधन हमास के पास नहीं हैं। इस्रायल पर हमले करने से पहले हमास, इस्लामिक जिहाद के ५०० आतंकवादियों को ईरान में प्रशिक्षण प्राप्त हुआ - अमेरिकी अखबार का दावाईरान ने हमास के आतंकवादियों को प्रशिक्षण और सैन्य सहायता प्रदान की। इस्रायल पर हमला करने के लिए ईरान ने हमास को तकनीकी सहायता देने का आरोप हागेरी ने लगाया। ईरान से हमास को प्राप्त हो रही सहायता बंद नहीं हुई है। बल्कि ईरान अब भी हमास को इस्रायल विरोधी खुफिया जानकारी प्रदान कर रहा हैं, ऐसा दावा इस्रायली सेना के प्रवक्ता ने किया।

इसके कुछ ही घंटे बाद अमेरिकी अखबार ने हमास और इस्लामिक जिहाद के आतंकवादियों को ईरान ने प्रशिक्षण देने की खबर प्रसिद्ध की। सितंबर महीने में गाजा पट्टी की हमास और इस्लामिक जिहाद इन आतंकवादी संगठन के ५०० आतंकवादी ईरान में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे। ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ और कुदस्‌ फोर्सेस इन आतंकवादियों को प्रशिक्षण दे रहे थे। कुदस्‌ फोर्सेस के प्रमुख मेजर जनरल कानी ने इनके प्रशिक्षण केंद्र का दौरा किया था। इस्रायल पर हुए हमले के पांच दिन पहले ईरान के सेना अधिकारी लेबनान की राजधानी बैरूत में मौजूद थे। उन्होंने हमास को इस्रायल पर हमला करने के लिए अनुमति देने का बयान इस अखबार ने गोपनीय सूत्रों के दाखिले से किया है।

दो दिन पहले अमेरिका के विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन ने संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद की बैठक में यह आरोप लगाया था कि, हमास, हिजबुल्लाह, हौथी और अन्य आतंकवादी संगठनों को ईरान की सहायता प्राप्त हो रही हैं। इससे पहले इस्रायल पर हुए हमले के लिए ईरान ने इन आतंकवादी संगठनों की सहायता करने की बात सामने आयी थी, इसकी याद भी ब्लिंकन ने ताज़ा की।

इसी बीच, गाजा पट्टी में सैन्य कार्रवाई करने के लिए इस्रायल की सहायता कर रही अमेरिका के खाड़ी में मौजूद हितसंबंधों के लिए खतरा बढ़ा हैं। यूएई और कुवैत इन अरब देशों में अमेरिकी दूतावास को ईरान से जुड़ी आतंकवादी संगठन ने धमकाया हैं। इराक में ‘अलवियात अल-वाद अल-हक’ नामक आतंकवादी संगठन ने यह धमकी दी है। पिछले १९ दिनों में इराक, सीरिया में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर १० से अधिक हमले हुए हैं और इनमें २३ अमेरिकी सैनिकों के घायल होने का दावा किया जा रहा हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.