सौदी के ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों के बाद ईरान की लष्करी गतिविधियों में बढोतरी देखी गई – अमरिकी नौसेना अधिकारी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन: सौदी अरब के ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों के बाद भी ईरानी सेना की गतिविधियां बंद नही हुई है| बल्कि ईरान ने और भी आक्रामकता के साथ गतिविधियां शुरू की है, यह इशारा अमरिका के वरिष्ठ नौसेना अधिकारी ने दिया है| यह आक्रामकता देखे तो ईरान पीछे नही  हटेगा, यही स्पष्ट तौर पर दिख रहा है, यह दावा अमरिकी नौसेना अधिकारी वाइस एडमिरल जीम मलॉय ने किया है|

बहारिन में तैनात अमरिकी नौसेना की फिफ्थ फ्लिट के कमांडर मलॉयन ने हमें ईरान की लष्करी हरकतों की हर दिन जानकारी प्राप्त होने की बात कही| इस जानकारी के अनुसार ईरान अपने क्रुज एवं बैलेस्टिक मिसाइलों की बडी तेजी से गतिविधियां करता दिख रहा है, ऐसा वाइस एडमिरल मलॉय ने कहा| इस वजह से आगे के दौर में भी अपनी निती आक्रामक ही होगी, यह संदेश ईरान दे रहा है, ऐसा मलॉय का कहना है|

सितंबर १४ के रोज सौदी अरब के ईंधन परियोजनाओं पर बडा हमला हुआ और इस वजह से सौदी अरब की ईंधन निर्यात प्रभावित हुई थी| इस हमले की जिम्मेदारी हौथी बागियों ने स्वीकारी है, फिर भी इस हमले के पीछे ईड़ान ही है, यह आरोप सौदी ने किया था| खाडी क्षेत्र के देशों के साथ अमरिका, ब्रिटेन, फ्रान्स ने भी इस हमलें के लिए ईरान ही जिम्मेदार होने की बात कही थी| सौदी के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ईरान को रोकने का इशारा दिया था| ऐसा नही हुआ तो युद्ध शुरू होगा और ईंधन के दाम विचार भी नही किया होगा उतने गुना बढेंगे, ऐसा प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने कहा था|

अमरिका ने भी ईरान पर कार्रवाई करने की तैयारी शुरू की है और खाडी एवं पर्शियन खाडी में युद्ध के बादल दिखाई दे रहे है| ऐसी स्थिति में भी ईरान ने अपनी आक्रामकता छोडी नही है| इसी का अर्थ ईरान युद्ध के लिए तैयार होने का संदेश दे रहा है, यह चेतावनी वाइस एडमिरल जीम मलॉय ने किए विधान से प्राप्त हो रही है| ईरान की इस आक्रामकता का ज्ञान होने के साथ ही अमरिका ने पिछले १३ वर्षों से कतार में कार्यान्वित किए अपने अड्डे से कुछ रक्षा संबंधी सामान अपने ‘नॉर्थ कैरोलिना’ प्रांत में शिफ्ट किया है|

ईरान पर लष्करी कार्रवाई हुई तो सबसे पहले खाडी क्षेत्र के अमरिकी अड्डों को लक्ष्य किया जाएगा, यह धमकी ईरान के वरिष्ठ लष्करी अधिकारी दे रहे है| इस पृष्ठभूमि पर अमरिका ने दिखाई यह सतर्कता ध्यान आकर्षित करती है| इसी बीच ईरान ने अपनी आक्रामक गतिविधियां रोकी नही है, यह कहकर वाइस एडमिरल मलॉय ने इस समस्या पर बातचीत से हल निकालने की संभावना ही खतम होने का एसहास कडे शब्दों में कराया है|

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