इस्रायल विरोधी संघर्ष मे ईरान ‘पीआईजे’ के समर्थन में – ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी

तेहरान – ‘पैलेस्टिनीयन इस्लामिक जिहाद’ (पीआईजे) ने पिछले हफ्ते इस्रायल पर किए रॉकेट हमलों का ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी ने समर्थन किया। साथ ही ‘पीआईजे’ के हमलों ने इस्रायल को ज़मीन पर नाक घिसने के लिए मज़बूर किया और युद्धविराम करना पड़ा, ऐसा दावा खामेनी ने किया। इसके आगे भी यदि इस्रायल विरोधी संघर्ष शुरू हुआ तो ईरान ‘पीआईजे’ के समर्थन में होगा, ऐसा आयातुल्ला खामेनी ने कहा। इस्रायल और पीआईजे का युद्धविराम हुआ हैं। ऐसें में ईरान के सर्वोच्च नेता का यह बयान ‘पीआईजे’ को इस्रायल पर हमलें करने के लिए उकसावा साबित हो सकता हैं।

गाज़ाट्टी की आतंकी संगठन ‘पीआईजे’ ने पिछले हफ्ते इस्रायल के साथ तीन दिन चले संघर्ष के दौरान 1,175 रॉकेट हमलें किए। इनमें से 200 रॉकेटस्‌ गाज़ापट्टी की सीमा में गिरे और इन हादसों में कम से कम सात पैलेस्टिनी मारे गए थे। इसी बीच इस्रायल की हवाई सीमा में दाखिल हुए अन्य रॉकेटस्‌ में से 97 प्रतिशत रॉकेटस्‌ मार गिराने का दावा किया गया हैं। जवाब में इस्रायल ने गाज़ा में किए हवाई हमलों की वजह से ‘पीआईजे’ के वरिष्ठ कमांडर के साथ बड़े आतंकियों को मार गिराने का ऐलान किया था।

इसके बाद इजिप्ट ने मध्यस्थता करके इस्रायल और ‘पीआईजे’ का युद्धविराम किया। इस वजह से इस्रायल और पीआईजे का बड़ा संघर्ष टला, ऐसीं खबरें प्रसिद्ध हुई थी। लेकिन, इस्रायल और गाज़ा की आतंकी संगठन का यह युद्धविराम ज्यादा समय तक जारी नहीं रहेगा, यह दावा भी अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषक कर रहे हैं। हमास की तरह इस्लामिक जिहाद भी युद्धविराम तोड़कर इस्रायल पर हमलें करेगी, ऐसी संभावना इन विश्‍लेषकों ने व्यक्त की थी। इसी बीच दो दिन पहले ही अमरीका ने गाज़ा की आतंकवाद विरोधी कार्रवाई में इस्रायल को समर्थन घोषित किया था।

इसकके बाद ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी ने ‘पीआईजे’ के आतंकियों को अपना समर्थन घोषित किया हैं। साथ ही इस्रायल विरोधी ‘पीआईजे’ की कार्रवाई इस्रायल विरोधियों को साथ लानेवाली साबित होने का दावा खामेनी ने किया। इस्रायल को नाक घिसने के लिए मज़बूर किया जा सकता हैं, यही ‘पीआईजे’ की कार्रवाई ने दिखाया, इस ओर खामेनी ने ध्यान आकर्षित किया। साथ ही पैलेस्टिनी जनता के लिए इस्रायल के विरोध में एकजूट आवश्‍यक होने का आवाहन खामेनी ने किया। ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता का यह उकसावा इस्रायल विरोधी हमलों की तीव्रता बढ़ा सकता हैं, ऐसा इस्रायली विश्‍लेषक सुचित कर रहे हैं।

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