इस्रायल के गोलान पर हमलें किए तो ईरान को गंभीर परिणामों का सामना करना होगा – इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरजेरूसलम – इस्रायली लष्कर ने लगातार दूसरे दिन सीरिया में ईरान हिजबुल्लाह और ईरान से संबंधित गुटों के अड्डों पर हमलें किए| होम्स शहर में किए इन हमलों की जिम्मेदारी का स्वीकार करते हुए इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान को कड़ी चेतावनी दी है| सीरियन लष्कर के आड़ रहते हुए ईरान और ईरान से संबंधित गुटो ने इस्रायल पर हमलें किए तो ईरान को उसके भीषण परिणाम सहने होंगे| इस्रायल अपने गोलान पहाड़ियों पर हमले बिल्कुल सहन नहीं करेगा, ऐसा प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने सूचित किया है| तथा इस्रायल की सीरिया में शुरू कार्रवाई को अपना समर्थन होगा, ऐसा अमरिका ने घोषित किया है|

शनिवार को सीरिया के दक्षिणी भाग कुनित्रा से इस्रायल के गोलान पहाड़ियों पर रॉकेट हमलें किए गए थे| उसके बाद इस्रायली लष्कर ने कुनित्रा में चार से छह जगहों पर जोरदार हवाई हमले चढ़ाकर ईरान हिजबुल्लाह और ईरान से संबंधित गुटों के लष्करी ठिकाने नष्ट किए हैं| इस हमले में ईरान एवं ईरान से संबंधित गुटों के साथ ७ जवान भी ढेर हुए थे| इस कार्रवाई को कुछ ही घंटे हो रहे थे, कि इस्रायल ने सीरिया के होम्स प्रांत में हवाई हमलें किए| राजधानी दमास्कस से १५० किलोमीटर अंतर पर होनेवाले होम्स प्रांत में ईरान और हिजबुल्लाह के ठिकानों को नष्ट करने का दावा इस्रायल कर रहा है|

इस्रायल के होम्स पर हुए हमलों में दो लोग ढेर हुए हैं| इन हमलों में टी-४ लष्करी अड्डे पर ईरान के मिसाइलों का भंडार फिर एक बार नष्ट करने की बात इस्रायल की सेना ने कही है| पिछले वर्ष भर में इस्रायल ने टी-४ पर किया यह चौथा हमला है| इससे पहले भी इस्रायली लष्कर ने ईरान एवं हिजबुल्लाह के ठिकानों को लक्ष्य किया था| उसके बाद प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने सीरिया में ईरान और ईरान से संबंधित गुटों को स्पष्ट शब्दों में धमकाया है|

इराक और ईरान से संबंधित गुटों के हमलों की तरफ इस्रायल कभी भी नजरअंदाज नहीं करेगा| गोलान पर हमलें करके इस्रायल की सुरक्षा खतरें में लाने का प्रयत्न किया, तो ईरान को भीषण परिणामों को सामना करना होगा| ईरान एवं ईरान से संबंधित गुट सीरिया में इस्रायल के हमलें से सुरक्षित नहीं रह सकते, यह इस्रायल के कार्रवाई से स्पष्ट हो रहा है, ऐसा नेत्यान्याहू ने सूचित किया है|

इस्रायली नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी ने ईरान तथा ईरान से संबंधित गुटों की कार्रवाई के लिए तैयार होने की बात कही है| सीरिया के पश्चिमी भाग तारतूस बंदरगाह में अड्डा निर्माण करने की तैयारी में होनेवासे ईरान से इस्राइल पर सागरी मार्ग से हमलें हो सकते हैं| पर ईरान खुलेआम इस्रायल पर हमलें नहीं करेगा तथा इसके लिए सीरिया में अपना सशस्त्र गार्ड का उपयोग करेगा, ऐसी आशंका जताकर इस्रायली अधिकारी ने अपनी नौसेना ईरान से संबंधित गुटों को प्रत्युत्तर देने के लिए तैयार होने की बात दिखाई है|

दौरान अमरिका ने भी इस्रायल ने सीरिया में की कार्रवाई का समर्थन किया है| सीरिया में अड्डा होनेवाले ईरान हिजबुल्लाह और ईरान से संबंधित गुटों से इस्रायल को खतरा है| जिसकी वजह से इस्रायल ने सीरिया में ईरान और ईरान से संबंधित गुटों पर कार्रवाई करना योग्य है, ऐसा कहकर अमरीका इस्रायल के समर्थन में होने की बात ट्रम्प प्रशासन ने घोषित की है|

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