‘बैंकिंग’ क्षेत्र के संकट की पृष्ठभूमि पर सोने की कीमत प्रति औंस दो हज़ार डॉलर्स तक उछलने के संकेत

लंदन/वॉशिंग्टन – अमरीका और यूरोपिय के बैंकिंग क्षेत्र में उभरे संकट की पृष्ठभूमि पर निवेशक अब अपना रुख सोने की ओर मुड़ते दिख रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। शुक्रवार को अमरिकी बाज़ार में सोने की कीमते प्रति औंस (२८.३३ ग्राम) १,९८८ डॉलर्स के विक्रमी स्तर पर जा पहुंचे। यह पिछले ११ महीनों का रिकार्ड हैं और जल्द ही सोने की कीमते दो हज़ार डॉलर्स का स्तर पार करेंगे, ऐसा दावा विश्लेषक और वित्त संस्थाओं ने किया है। 

सोने की कीमतअमरीका में सीर्फ एक ही हफ्ते में तीन बैंक दिवालिया हुई हैं और बैंकिंग क्षेत्र के शेअर्स की भारी गिरावट जारी है। गुरुवार को अमरीका में ‘फर्स्ट रिपब्लिक बैंक’ के शेअर्स की भारी गिरावट होने से सरकार हस्तक्षेप करने के लिए मज़बूर हुई। अमरीका का बायडेन प्रशासन देश के शीर्ष बैंकों की सहायता से लगभग ३० अरब डॉलर्स का निधी उपलब्ध करके इस बैंक को बचाने की गतिविधियों में जुटा है। इस बैंक ने ‘फेडरल रिज़र्व’ से १०९ अरब डॉलर्स आर्थिक सहायता प्राप्त करने की जानकारी भी सामने आयी है। अमरीका की ‘एफडीआईसी’ के अनुमान के अनुसार करीबी समय में अमरिकी बैंकों को ६२० अरब डॉलर्स का नुकसान पहुंच सकता है। 

दूसरी ओर विश्व के दस सबसे बड़े बैंकों में से एक ‘क्रेडिट स्यूस’ जैसी स्विस बैंक की मुश्किले हर दिन बढ़ रही हैं। इस बैंक के शेअर्स की आठ प्रतिशत से भी ज्यादा गिरावट हुई हैं और इसमें आर्थिक हिसाब किताब के घोटालों के साथ कई धांदली होने की जानकारी सामने आ रही हैं। पिछले कुछ दिनों से इस बैंक से लगभग ५० करोड़ डॉलर्स की राशि निकाली गई हैं, यह दावा भी किया जा रहा है। स्विस बैंकिंग को सख्त नियम और सुरक्षा के कारणों से पहचाना जाता है और ऐसे में इसी देश की प्रमुख बैंक में हुई धांधली सामने आना ध्यान आकर्षित करता है। 

अमरीका और यूरोप के बैंकिंग क्षेत्र विश्व में प्रगत बैंकिंग व्यवस्था कहलाते हैं। लेकिन, दोनों ठिकानों पर एक ही समय पर बैंकिंग क्षेत्र को एक के बाद एक झटके लगने से निवेशकों में काफी बेचैनी बनी है। इसका असर बाज़ार के अन्य घटकों पर होता दिख रहा है। बैंकिंग क्षेत्र का संकट सामने आने के साथ ही सोने की कीमतों का उछाल शुरू हुआ है। सीर्फ एक ही हफ्ते में सोने की कीमतों में करीबन ६ प्रतिशत उछाल देखा गया हैं और इस दौरान यह कीमत प्रति औंस १०६ डॉलर्स से भी अधिक बढ़ी है।

हफ्ते के शुरू में यानी सोमवार को सोने की कीमत प्रति औंस १,८७९ डॉलर्स थी। शुक्रवार शाम अमरीका के बाज़ार बंद होने के समय पर सोने की कीमते प्रति औंस १,९८८.११ डॉलर्स तक पहुंची। अप्रैल २०२२ के बाद सोने की कीमत का यह विक्रमी स्तर है। अमरीका और यूरोप के बैंकिंग संकट जल्द खत्म होने के आसार नहीं हैं। इस वजह से निवेशक सुरक्षित विकल्प के तौर पर सोने की ओर रुख करेंगे और सोने की कीमते जल्द ही २ हज़ार डॉलर्स की सीमा पार करेंगे, ऐसा दावा ‘किटको’ नामक वेबसाइट ने किया है। अमरीका एवं एशिया के विशेषज्ञों ने भी इसकी पुष्टि की है। पिछले साल मार्च महीने में रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर सोने की कीमत प्रति औंस २,०७० डॉलर्स के विक्रमी स्तर तक पहुंची थी। 

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