भारत की दक्षिण कोरिया और ब्रिटेन समेत प्रमुख देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापार पर चर्चा

नई दिल्ली – भारत और दक्षिण कोरिया के द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश पर दोनों देशों के व्यापारमंत्रियों में चर्चा हुई। इस चर्चा के दौरान भारत और दक्षिण कोरिया के मुक्त व्यापारी समझौते की बातचीत को गति प्रदान करने पर सहमति हुई। इसके साथ ही बुधवार को भारत और ब्रिटेन की मुक्त व्यापार समझौते के लिए चर्चा शुरू हो रही है। इसी दौरान भारत और ऑस्ट्रेलिया की मुक्त व्यापारी समझौते के लिए सहमति हुई है और जल्द ही इस समझौते का ऐलान किया जाएगा। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) एवं इस्रायल के साथ भी भारत की मुक्त व्यापार की चर्चा जारी होने की जानकारी केंद्रीय व्यापारमंत्री पियूष गोयल ने प्रदान की।

दक्षिण कोरिया के व्यापारमंत्री ‘यु हान-कु’ शिष्टमंड़ल के साथ भारत में दाखिल हुए हैं। मंगलवार को उन्होंने व्यापारमंत्री पियूष गोयल से मुलाकात की और इस दौरान द्विपक्षीय व्यापार और निवेश पर चर्चा की। स्टील, इंजिनियरिंग और कृषि क्षेत्र में भारत को अधिक अवसर प्राप्त हो, यह माँग इस दौरान व्यापारमंत्री पियूष गोयल ने रखी। इसे दक्षिण कोरिया का सकारात्मक रिस्पान्स प्राप्त होने की बात कही जा रही है।

वर्ष २०२०-२१ के आर्थिक वर्ष में भारत और दक्षिण कोरिया का व्यापार १७.५ अरब डॉलर्स तक जा पहुँचा था। इस दौरान भारत ने दक्षिण कोरिया से १२.८ अरब डॉलर्स का आयात किया था और सिर्फ ४.७ अरब डॉलर्स का निर्यात किया था। इस वजह से दक्षिण कोरिया के व्यापार में भारत का घाटा बढ़ा है। इस पर वर्णित बैठक में भारत ने चिंता जताई। वर्ष २०२०-२१ के आर्थिक वर्ष में भारत और दक्षिण कोरिया के व्यापार का घाटा आठ अरब डॉलर्स तक पहुँचा है। इस पृष्ठभूमि पर भारत ने दक्षिण कोरिया के सामने रखी माँग की अहमियत बढ़ी है।

इसी बीच, वर्ष २०१० के जनवरी में भारत और दक्षिण कोरिया में ‘कॉम्प्रेसिव इकॉनॉमिक पार्टनरशिप एप’ (सीईपीए) का समझौता हुआ था। इस समझौते में बदलाव करने पर इस बैठक में चर्चा हुई। वर्ष २०३० तक भारत और दक्षिण कोरिया ने अपना द्विपक्षीय व्यापार ५० अरब डॉलर्स तक बढ़ाने का उद्देश्‍य तय किया है।

इसी बीच बुधावर से भारत की ब्रिटेन के साथ मुक्त व्यापारी समझौते पर चर्चा शुरू हो रही है। इसके लिए ब्रिटेन की व्यापारमंत्री एनी-मेरी ट्रिविलियान दो दिन के दौरे पर भारत आ रही हैं। उनकी व्यापारमंत्री पियूष गोयल से द्विपक्षीय चर्चा होगी। इसके साथ ही पर्यावरण से संगत ‘ग्रीन ट्रेड’ पर भी दोनों देशों के विदेशमंत्री चर्चा करेंगे।

वर्ष २०१९ में भारत और ब्रिटेन का द्विपक्षीय व्यापार २३.३ अरब पौंड़ था। भारत ने ब्रिटेन में किए निवेश की वजह से ९५ हज़ार लोगों को रोजगार मिला था। ‘भारत और ब्रिटेन की मित्रता के संबंध मज़बूत हैं और दोनों देशों में व्यापार बढ़ाने के लिए इस मज़बूत आधार का इस्तेमाल किया जाएगा। यह व्यापारी सहयोग विकसित करने के लिए ब्रिटेन २०२२ में सबसे अधिक प्राथमिकता देगा, ऐसा ब्रिटेन की व्यापारमंत्री ने कहा है।

यूएई, इस्रायल और यूरोपिय महासंघ के साथ मुक्त व्यापारी समझौते के लिए भारत की चर्चा जारी है। इससे भारत की आर्थिक अहमियत विश्‍व के सामने स्पष्ट हुई है और विश्‍व के प्रमुख देश भारत के साथ व्यापारी एवं आर्थिक स्तर पर सहयोग मज़बूत करने के लिए पहल कर रहे हैं।

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