भारत पाकिस्तान के बीच सागरी सुरक्षा के संदर्भ में नियोजित चर्चा रद्द

नई दिल्ली, दि. १५ : भारत और पाकिस्तान के बीच सागरी सुरक्षा के संदर्भ में होनेवाली चर्चा भारत ने रद्द कर दी है| कुलभूषण जाधव को जब तक इन्साफ़ नहीं मिलता, तब तक किसी भी प्रकार की चर्चा संभव नहीं है, ऐसे स्पष्ट संकेत भारत ने इस चर्चा को रद्द करके दिए हैं| उसी समय, ‘पीओके’ में और तीन भारतीय जासूसों को पकड़ने का दावा पाकिस्तानी मीडिया ने किया है|

कुलभूषण जाधव की रिहाई के लिए हर संभव कोशिश की जायेगी, ऐसा भारत की विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने स्पष्ट किया था| इसके बाद भारत ने राजनैतिक स्तर पर ज़ोरदार कोशिश शुरू की है| उसी समय, दोनों देशों के तटरक्षक बलों के बीच होनेवाली सागरी सुरक्षाविषयक चर्चा रद्द करके भारत ने पाकिस्तान पर दबाव और अधिक बढ़ाया है|

सागरी सुरक्षा के मुद्दे पर भारत-पाकिस्तान के बीच १६ से १९ अप्रैल के दौरान दिल्ली में बैठक का आयोजन किया गया था| इसके लिए पाकिस्तान से एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भारत में आनेवाला था| ‘पाकिस्तान मेरिटाईम सिक्युरिटी एजन्सी’ (पीएमएसए) और भारतीय तटरक्षक बल के वरिष्ठ अधिकारी इस बैठक में शामिल होनेवाले थे| लेकिन कुलभूषण जाधव को सुनाई गई सजा के बाद यह चर्चा रद्द करने का निर्णय लिया गया है| इस संदर्भ में हालाँकि विदेशमंत्रालय द्वारा किसी भी प्रकार की घोषणा नहीं की गई है, मग़र फिर भी तटरक्षक बलों के वरिष्ठ अधिकारियों ने ‘यह चर्चा रद्द की गई है’ ऐसा कहा|

१० अप्रैल को कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की लष्करी अदालत ने मौत की सज़ा सुनाई है, ऐसी जानकारी प्राप्त होने के बाद, दूसरे ही दिन भारत के कब्ज़े में रहनेवाले, पाकिस्तान के मछुवारों की रिहाई रोक दी गई थी| तभी सागरी सुरक्षा के संदर्भ में होनेवाली बैठक पर भी इस तनाव का परिणाम दिखाई देगा, ऐसा स्पष्ट हुआ था|

कुलभूषण जाधव को सज़ा सुनाकर पाकिस्तान ने बड़ी गलती की है, ऐसा पाकिस्तान के विश्‍लेषक भी मान रहे हैं| उसी समय, कुलभूषण जाधव को सुनाई गई सज़ा का निर्णय, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ को अँधेरे में रखकर पाकिस्तानी सेना ने लिया है, ऐसी ख़बरें प्रकाशित हो रही हैं| १० अप्रैल को पाकिस्तान की लष्करी अदालत ने कुलभूषण जाधव को मौत की सजा सुनाई थी| उसी समय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ को यह ख़बर मिली थी| पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों ने, प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताझ अझिज के द्वारा यह संदेश भेजा था, ऐसी ख़बर सूत्रों के हवाले से मीडिया के सामने आ रही है| भारत-पाकिस्तान संबंध ना सुधरें इसके लिए पाकिस्तानी लष्कर ने कुलभूषण जाधव को सज़ा सुनाकर दोनों देशों के बीच तनाव निर्माण किया है| इसके एक दिन पहले भारत की विदेशमंत्री स्वराज ने, भारत-पाकिस्तान संबंध सुधारने के लिए हर संभव कोशिश की जायेगी, ऐसा संसद में कहा था, इसका उदाहरण मीडिया ने दिया है|

इसी दौरान, पीओके में तीन भारतीय जासूसों को गिरफ़्तार किया गया है, ऐसी खबर पाकिस्तानी मीडिया ने दी है| ‘पीओके’ में अब्बासपुर इलाके से उन्हें गिरफ़्तार किया गया था| सन २०१४ में ये तीनों भारतीय खुफिया एजन्सी के संपर्क में आये थे और ‘भारतीय जासूस’ के तौर पर काम करने के लिए उन्हें पाँच लाख रुपये दिये गये थे, ऐसा दावा इस ख़बर में किया गया है|

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