भारत और चीन की उच्चस्तरीय संवाद बढ़ाने पर सहमति

नई दिल्ली, दि. ५ (पीटीआय) – भारत और चीन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की चर्चा संपन्न हो गयी है| हैद्राबाद में संपन्न हुई यह चर्चा मित्रतापूर्ण और खुले माहौल में हुई होकर, इस चर्चा में दोनो देशों ने उच्चस्तरीय संवाद बढ़ाने पर सहमति दर्शायी है| लेकिन इस बैठक में से भारत के हाथ ज़्यादा कुछ नहीं लगा, ऐसा दिखायी दे रहा है| चीन ने, भारत की ‘एनएसजी’ सदस्यता तथा ‘मसूद अझहर’ पर कार्रवाई करने के बारे में किसी भी प्रकार का वादा नहीं किया है| संयुक्त निवेदन में इन विषयों का ज़िक्र तक नहीं किया है|

भारत और चीनभारत के राष्ट्रीय सलाहकार अजित डोवल और चीन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार यांग जेईची इनके बीच संपन्न हुई चर्चा के बाद दोनो देशों ने, उच्चस्तरीय संवाद तथा आतंकवादविरोधी कार्रवाई के लिए सहयोग बढ़ाने का फ़ैसला ज़ाहिर किया| लेकिन इसमें ‘जैश-ए-मोहम्मद’ का नेता मसूद अझहर पर कार्रवाई करने के बारे में जिक्र तक नहीं किया है| साथ ही, इस चर्चा से पहले भारत की ‘एनएसजी’ सदस्यता बारे में सकारात्मक रवैय्या अपनाने के संकेत देनेवाले चीन ने, इस विषय पर भारत को किसी भी प्रकार का आश्‍वासन देना टाला है| चीन का भारत की ‘एनएसजी’ सदस्यता को विरोध है, ऐसा चीन के प्रतिनिधियों द्वारा कहा जाता है| लेकिन केवल नियमों पर उँगली रखकर चीन भारत का ‘एनसजी’ में प्रवेश रोक रहा है, ऐसा इससे पहले भी स्पष्ट हो चुका था|

ऐसा होते हुए भी दोनो देशों के बीच की चर्चा अच्छे माहौल में संपन्न हुई, ऐसा दावा चीन के सरकारी अखबार ‘झियांग’ ने किया है| भारत के राष्ट्रीय रक्षा सलाहकार ने चीन के साथ नीतिक एवं सामरिक स्तर पर संवाद बढ़ाने की तैयारी इस चर्चा में दिखाई, ऐसा दावा ‘झिनुआ’ ने किया|

फिलहाल भारत का चीन के साथ तनाव बढ़ा हुआ है| ऐसे में, चीन ‘एनएसजी’ की सदस्यता तथा ‘अझहर’ पर कार्रवाई करने के बारे में भारत को आश्‍वासन देकर, भारतीय जनता में चीन के प्रति फैल रहा गुस्सा कम करने के लिए प्रयास करेगा, ऐसी उम्मीद थी| लेकिन चीन ने यह अवसर खो दिया है, ऐसा दिखायी दे रहा है|

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