चीन के ‘वन बेल्ट, वन रोड’ को यूरोप और अमरिका का बढ़ता विरोध

म्युनिक: चीन ने राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग के महत्वाकांक्षी ‘वन बेल्ट, वन रोड’ (ओबीओआर) योजना को यूरोप से होने वाला विरोध बढ़ रहा है। जर्मनी में हुई एक अंतर्राष्ट्रीय परिषद में यूरोपीय नेताओं ने चीन के महत्वकांक्षी योजना पर टीका करते हुए कहा है की, सदर योजना मतलब चीन की तानाशाही और लोकतंत्र मूल्य इनके बीच संघर्ष है, ऐसा दावा किया है। यूरोप के साथ साथ अमरिका ने भी चीन की महत्वाकांक्षी योजना पर टीका की है और इस योजना में लैटिन अमरिका का समावेश अमरिका की सुरक्षा के लिए खतरा होने का इशारा वरिष्ठ लष्करी अधिकारियों ने दिया है।

‘चीन के उदय के बाद वैश्विक स्तरपर सत्ता के समीकरण बदल रहे हैं। चीन की ‘वन बेल्ट, वन रोड’ योजना जितनी दिखती है उतनी सीधी नहीं है। जर्मनी के कुछ लोग इसकी तुलना मार्को पोलो इस यूरोपीय व्यापारी और खोजकर्ता के साथ करते हैं। लेकिन चीन की योजना मतलब दुनिया के कोने कोने में उनका प्रभाव बढाने का एकसूत्री कार्यक्रम है। यह योजना मतलब सिर्फ व्यापारी और उद्योग का हिस्सा नहीं है। चीन अपनी व्यवस्था दूसरे पर थोपने की कोशिश कर रहा है और इस व्यवस्था में आजादी, लोकतंत्र और मानवाधिकार का समावेश नहीं है, इसका एहसास होना चाहिए’, इन शब्दों में जर्मनी के विदेश मंत्री सिगमार गेब्रियल ने चीन की योजना के बारे में सतर्कता का इशारा दिया है।

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जर्मन विदेश मंत्री के इस वक्तव्य की यूरोपीय कमीशन के प्रमुख जीन क्लॉड जंकर ने पुष्टि की है। उसी समय फ़्रांस के प्रधानमंत्री ने भी चीन की ‘ओबीओआर’ योजना पर टीका की है। ‘वन बेल्ट, वन रोड’ योजना के मामले में नियम बनाने के सर्वाधिकार चीन को सौंपा नहीं जा सकता। बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए यूरोप और चीनने सहकार्य की भूमिका अपनानी चाहिए। ऐसा नहीं हुआ तो चीन का एकतरफा वर्चस्व स्वीकार करने का वक्त आएगा’, ऐसा फ़्रांस के प्रधानमंत्री फिलिप एदुआर्द ने कहा है।

पिछले महीने में ही चीन दौरे पर गए फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष इम्यॅन्युअल मॅक्रोन ने भी इस योजना को लेकर चीन को फटकारा था। ‘चीन की नई महत्वाकांक्षी योजना में प्रस्तावित की परियोजनाएं अगर सहकार्य के माध्यम से आगे ले जाएंगे तो फ़्रांस और यूरोप दोनों के लिए भी निश्चित महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। यह नई योजनाएं नए वर्चस्ववाद अथवा वसाहतवाद का प्रतिक न साबित हो’, इन शब्दों में फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष ने चीन की तरफ से सदर योजना एकतरफा स्तरपर आगे बढाई जा रही है ऐसी टीका की थी। ब्रिटन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने भी ‘ओबीओआर’ बारे में आशंका उपस्थित की थी।

यूरोप के साथ साथ अमरिका ने भी चीन की महत्वाकांक्षी योजना पर बार बार इशारे दिए हैं। ‘वन बेल्ट, वन रोड’ योजना के तहत चीन लैटिन अमरिका में बड़े पैमाने पर निवेशा कर रहा है और ‘पनामा’ जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं का उसमें समावेश है। यह योजनाएं अमरिका के लिए व्यापारी और सुरक्षा के दृष्टिकोण से अड़चन साबित हो सकती हैं, एस इशारा अमरिका के ‘सदर्न कमांड’ के प्रमुख कर्ट टिड ने दिया है।

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