चीन जैसी हुकूमतों से निधि प्राप्त कर रहे ‘हार्वर्ड’ और ‘येल’ विश्‍वविद्यालयों की जांच शुरू

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंग्टन: अमरिका की शीर्ष शिक्षा संस्थाओं को चीन जैसी हुकूमतों से प्राप्त हो रहे निधि के मुद्दे पर ट्रम्प प्रसासन ने आक्रामक भूमिका अपनाई है| अमरिका के शिक्षा विभाग ने देश के नामांंकित विश्‍वविद्यालय के तौर पर जाने जा रहे ‘हार्वर्ड’ एवं ‘येल’ विश्‍वविद्यालयों की जांच शुरू करने की जानकारी सामने आयी है| कुछ दिन पहले ही अमरिकी जांच यंत्रणा ने चीन से गोपनीय संबंध रखने के मामले में हार्वर्ड के वरिष्ठ प्राध्यापक के विरोध में केस दर्ज किया था|

पिछले वर्ष जुलाई महीने में अमरिका के शिक्षा विभाग ने अमरिका के विश्‍वविद्यालयों को विदेश से प्राप्त हो रहे निधि की जांच शुरू की थी| इस जांच में लगभग छह अरब डॉलर्स से भी अधिक निधि की जानकारी इन शिक्षासंस्थाओं ने घोषित ना करने की बात सामने आयी थी| यह निधि प्रमुखता से चीन और खाडी क्षेत्र के देशों से प्राप्त होने की बात स्पष्ट हुई है| साथ ही अभी जांच पुरी नही हुई है और निधि का आंकडा और भी बढने की आशंका शिक्षा विभाग ने जताई है|

इस जांच का असली उद्देश्य पारदर्शिता रखना ही है| यदि कालेज या विश्‍वविद्यालय विदेश से निधि या अन्य सहायता स्वीकार रहे है तो इन संस्थाओं में पढ रहे छात्र और अमरिका के करादाता को इसकी जानकारी होना जरूरी है| पर, कई शिक्षा संस्था आधी अधुरी जानकारी प्रदान करते या कई शिक्षा संस्थाओं ने इसकी थोडी सी भी जानकारी शिक्षा विभाग से साझा ना करने की बात जांच से सामने आयी है|’, इन शब्दों में शिक्षा विभाग ने इन शिक्षा संस्थाओं के विरोध में शुरू की हुई मुहीम को लेकर होनेवाली भूमिका स्पष्ट की|

अमरिका में नामांकित समझे जा रही ‘येल युनिव्हर्सिटी’ ने पिछले चार वर्षों में विदेश से प्राप्त हो रहे निधि की किसी भी प्रकार की जानकारी नही दी है| इस संस्था को कई प्रकार के उपहार, आर्थिक सहायता और कान्ट्रैक्ट से लगभग ३८ करोड डॉलर्स प्राप्त होने की बात समझी जा रहीहै| ‘हार्वड’ ने विदेश से प्राप्त हो रहे निधि पर किसी भी प्रकार का नियंत्रण नही रखा है| साथ ही विदेश से प्राप्त हो रहे उपहार और कान्ट्रैक्ट की पुरी जानकारी भी ना देने की बात स्पष्ट हुई है| शिक्षा विभाग ने दोनों नामांकित शिक्षा संस्थाओं को नोटिस जारी करके अगस्त २०१३ के बाद विदेश से प्राप्त हुए निधि की पुरी जानकारी देने की मांग की है|

अगस्त २०१८ में अमरिका के वरिष्ठ सिनेटर मार्को रुबिओ ने देश की शिक्षा संस्थाओं में चीन का प्रभाव बढने का आरोप रखा था| उसी वर्ष अमरिका की गुप्तचर संस्था सीआयए ने चीन से अमरिकी शिक्षा संस्था एवं अन्य उपक्रमों में प्रभाव बढाने की कोशिश जारी है, यह रपट पेश किया था|

इसमें चीन से अमरिका के १०० से भी अधिक शिक्षासंस्थाओं में शुरू किए गए ‘कन्फ्युशिअस इन्स्टिट्यूट’ का जिक्र किया गया था| इसके जरिए चीन ने अमरिका की शिक्षा संस्थाओं में चीन की संस्कृति के जडें मजबूत करने की और साथ ही आर्थिक सहायता के बल पर शिक्षासंस्थाओं में वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश की है, यह चेतावनी भी दी गई थी|

अमरिका के विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने कुछ दिन पहले ही चीन से अमरिकी शिक्षा संस्थाओं में हो रहे हस्तक्षेप का मुद्दा उठाया गया था| इस पृष्ठभूमि पर अमरिका के शिक्षा विभाग ने शुरू की जांच और हार्वर्ड एवं येल जैसे नामांकित विश्‍वविद्यालयों को नोटीस देना ध्यान आकर्षित करनेवाली घटना साबित होती है|

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