आठ महीनों में पहली बार ‘जीएसटी’ संकलन एक लाख करोड़ से अधिक हुआ

नई दिल्ली – फ़रवरी के आठ महीनों बाद अक्तुबर में पहली बार देश में ‘जीएसटी’ संकलन एक लाख करोड़ से अधिक हुआ है। यह देश की अर्थव्यवस्था दुबारा पटरी पर आने के स्पष्ट संकेत हैं, ऐसा विश्‍लेषकों का कहना है। बीते वर्ष के अक्तुबर महीने की तुलना में इस वर्ष ‘जीएसटी’ संकलन में १० प्रतिशत बढ़ोतरी ध्यान आकर्षित कर रही है।

कोरोना वायरस के संकट की वजह से मार्च में देश में लॉकडाउन घोषित करना पड़ा था। इसके बाद सभी उद्योग एवं कारोबार बंद पड़े थे। जीएसटी संकलन घटने से राज्यों को जीएसटी का हिस्सा देना भी केंद्र सरकार के लिए मुमकिन नहीं था। जीएसटी संकलन में हुई गिरावट सरकार के लिए चिंता बढ़ानेवाली घटना साबित हुई थी।

लेकिन, जुलाई से केंद्र सरकार ने ‘अनलॉक’ के तहत लॉकडाउन के काल में लगाए हुए प्रतिबंध अधिक से अधिक शिथिल करना शुरू किया। रोज़मर्रा के कारोबार के लिए सहुलियत प्रदान की गई। सितंबर में यह प्रतिबंध अधिक शिथिल किए गए। साथ ही लॉकडाउन के कारण धीमी पड़ी अर्थव्यवस्था को दुबारा गति प्रदान करने के लिए सरकार ने कुछ अहम घोषणाएं की थीं। इसका असर दिखने लगा है।

सरकार ने घोषित की हुई जानकारी के अनुसार अक्तुबर तक ८० लाख ‘जीएसटी रिटर्न’ दाखिल किए गए हैं। इस दौरान अक्तुबर में १,०५,१५५ करोड़ रुपये ‘जीएसटी’ संकलन हुआ। इसमें ‘सीजीएसटी’ १९,१९३ करोड़ रुपये, ‘एसजीएसटी’ २५,४११ करोड़ रुपये और ‘आयजीएसटी’ ५२,५४० करोड़ रुपये संकलन हुआ। ‘आयजीएसटी’ का २३,३७५ करोड़ रुपये संकलन आयात पर वसुल किए गए करों से हुआ है।

बीते वर्ष के अक्तुबर की तुलना में ‘जीएसटी’ संकलन में १० प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है और सितंबर की तुलना में ५ प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज़ हुई है। साथ ही अक्तुबर में आयात सामान पर वसुले गए ‘जीएसटी’ से ९ प्रतिशत अधिक संकलन हुआ है। जुलाई, अगस्त और सितंबर में ‘जीएसटी’ संकलन का विकासदर क्रम से मायनस १४, मायनस ८ और ५ प्रतिशत रहा। सबसे अधिक ‘जीएसटी’ संकलन महाराष्ट्र में हुआ है। महाराष्ट्र में १५,७९९ करोड़ रुपये ‘जीएसटी’ संकलन हुआ है। तो कर्नाटक में ६९९८ करोड़ रुपये, तमिलनाडू में ६९०१ और उत्तर प्रदेश में ५४७१ करोड़ रुपये ‘जीएसटी’ संकलन हुआ है।

संकलन में हो रही यह बढ़ोतरी अर्थव्यवस्था में दुबारा तेज़ी लौटने की बात दिखा रही है, ऐसा विश्‍लेषकों का कहना है। अर्थव्यवस्था दुबारा पटरी पर आने लगी है, इसके यह संकेत हैं। अब त्यौहारों के दिनों के कारण नवंबर में भी ‘जीएसटी’ संकलन में बढ़ोतरी होगी, यह अंदाज़ा व्यक्त करके इसके आगे के दिनों में यही बढ़ोतरी कायम रहने की आवश्‍यकता रहेगी, यह इशारा विश्‍लेषकों ने दिया है।

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