‘एअर बबल’ समझौते के तहत भारत-जापान विमान सेवा शुरू होगी

नई दिल्ली – कोरोना वायरस के संकट के कारण भारत और जापान के बीच बंद हुई अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात जल्द ही शुरू हो रही है। कुछ दिन पहले ही भारत ने जापान के साथ ‘एअर बबल’ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। भारत ने अब तक १७ देशों के साथ ‘एअर बबल’ समझौते किए हैं। इस समझौते के अनुसार जापान से भारत आने की इच्छा रखनेवाले यात्रियों को भारतीय दूतावास में पंजीकरण कराने की आवश्‍यकता नहीं रहेगी। वे सीधे एअर लाईन्स से टिकट प्राप्त कर सकेंगे, यह जानकारी जापान में स्थित भारतीय दूतावास ने साझा की।

AIR-INDIAभारत और जापान ‘एअर बबल’ का हिस्सा बने हैं, यह बात जापान में स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया के माध्यम से घोषित की। दोनों देशों में ‘एअर बबल’ की सेवा २ नवंबर से ३० दिसंबर तक उपलब्ध रहेगी। एअर इंडिया ने हाल ही में दिल्ली से टोकियो जानेवाले विमानों का टाईम टेबल घोषित किया। इसमें दिल्ली से टोकि्यो के बीच एअर इंडिया की विशेष विमान सेवा २ नवंबर से २८ दिसंबर तक और टोकियो से दिल्ली विमान सेवा ४ नवंबर से ३० दिसंबर के दौरान उपलब्ध होगी।

एअर बबल’ समझौता यानी कोरोना वायरस के कारण नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ान बंद करने पर व्यावसायिक यात्री सेवा दुबारा शुरू करने के उद्देश्‍य से दो देशों के बीच की गई अस्थायि व्यवस्था है। इस समझौते के अनुसार दो देशों में तय समय के लिए विमान सेवा शुरू की जाती है। इससे इन देशों में जाने की इच्छा रखनेवाले यात्री संबंधित सेवा का लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा, कोरोना के संकट में कई लोग अलग अलग देशों में फंसे पड़े हैं और कई लोगों के वीसा की वैधता अवधि भी समाप्त हुई है। ऐसे लोगों को ‘एअर बबल’ समझौते के तहत शुरू हो रही विमान सेवा का लाभ होता है।

AIR-INDIAकोरोना वायरस का फैलाव रोकने के लिए २३ मार्च के दिन लॉकडाउन जारी करने के साथ ही नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद की गईं और यह सेवाएं ३१ अक्तुबर तक बंद रहेंगी। भारत ने अब तक अमरीका, ब्रिटेन, फ्रान्स, जर्मनी, कनाड़ा, युक्रैन, संयुक्त अरब अमीराती, कतार, इराक, बहरीन, ओमान, अफ़गानिस्तान, बांगलादेश, भूटान, केनिया, मालदीव और नायजेरिया के साथ ‘एअर बबल’ समझौते किए हैं। इन समझौतों में दोनों देशों की विमान कंपनियों को कुछ प्रतिबंधों के साथ अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा शुरू करने की अनुमति दी गई है।

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