सीरियन कुर्दों पर हुए हमलों के बाद यूरोपिय और अरब देशों ने लगाई तुर्की को फटकार

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरब्रुसेल्स/कैरो: उत्तर सीरिया में कुर्दों पर जोरदार हमलें करनेवाला तुर्की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पूरी तरह से अकेला होने का चित्र सामने आया है| यूरोपिय देशों में तुर्की की कार्रवाई के विरोध में बडी मात्रा में निदर्शन शुरू हुए है और जर्मनी, फ्रान्स समेत कई देशों ने तुर्की पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है| इसी बीच खाडी क्षेत्र का नेतृत्व करने का सपना देख रहे तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष को अरब देशों की प्रमुख संगठन ‘अरब लीग’ ने भी फटकार लगाई है| तुर्की ने कुर्दों पर की कार्रवाई यानी ‘अरब भूमि पर किया आक्रमण है’, यह आलोचना ‘अरब लीग’ ने की है|

तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने किसी भी देश की सहायता लिए बिना कुर्दों के विरोध में आक्रामक लष्करी मुहीम शुरू की है| तुर्की को अन्य मुद्दों पर साथ दे रहे रशिया, ईरान समेत खाडी देशों में भी इस पर कडी प्रतिक्रिया उमड रही है| वही, इससे पहले शरणार्थी एवं जनतंत्र के मुल्यों को कुचलने के मुद्दे पर तुर्की को लक्ष्य करनेवाले यूरोप ने भी राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन के इस निर्णय के विरोध में आक्रामक भूमिका अपनाई दिख रही है|

शनिवार के दिन इजिप्ट के कैरो में अरब देशों की प्रमुख संगठन होनेवाली अरब लीग की बैठक शीघ्रता में बुलाई गई थी| इस बैठक में ‘अरब लीग’ के सदस्य देशों ने तुर्की पर कडी आलोचना करके एर्दोगन के निर्णय पर कडी फटकार लगाई है| अरब लीग के प्रमुख अहमद अबोल घैत ने तुर्की के उत्तर सीरिया की कार्रवाई यह लष्करी आक्रमण ही है, इन शब्दों में तुर्की को फटकार लगाई| यह एक अरब देश की भूमि पर आक्रमण नही है, बल्कि सार्वभूमता को झटके देने की कोशिश है, यह फटकार घैत ने लगाई|

तुर्की ने सीरिया के कुर्दों पर की कार्रवाई से बडा मानवीय संकट खडा हो रहा है और इस हिस्से को होनेवाला आतंकवाद का खतरा बढा है, यह आरोप भी अरब लीग ने किया है| तुर्की ने कुर्दों के विरोध में की कार्रवाई में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ध्यान में ना लेने की भूमिका अपनाई हो तो भी अरब लीग से हुई यह आलोचना भविष्य में तुर्की के लिए काफी महंगी साबित होगी, यह संकेत सूत्रों ने दिए है| अरब देशों के अलावा यूरोपिय देशों ने भी तुर्की को मुश्किलों में खडा करने के लिए गतिविधियां शुरू की है|

फ्रान्स और जर्मनी ने तुर्की को प्रदान हो रहे हथियारों पर प्रतिबंध लगाए है| साथ ही यूरोपिय महासंघ ने तुर्की पर स्वतंत्र प्रतिबंध लगाने के संकेत दिए है| इसमें आर्थिक प्रतिबंध भी शामिल हो सकते है, यह दावा किया जा रहा है| यूरोपिय देशों की जनता भी तुर्की के विरोध में आक्रामक हुई है और जर्मनी, फ्रान्स समेत कई देशों में लाखों प्रदर्शनकारी रास्ते पर उतरें है| इन प्रदर्शनकारियों ने तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ‘आईएस’ इस आतंकी संगठन का चेहरा है, यह नारे देत अपना असंतोष व्यक्त किया|

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