ऊर्जा कंपनियां ५.८८ लाख करोड़ रुपयों की परियोजना तेज़ गति से कार्यान्वित करें – पेट्रोलियममंत्री धर्मेंद्र प्रधान

नई दिल्ली – कोरोना के संकट को अवसर में परिवर्तित करके करीबन ५.८८ लाख करोड़ रुपयों की लागत के इंधन क्षेत्र के ८,३६३ परियोजनाएं तेज़ गति से कार्यान्वित करने की सूचना केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक वायूमंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने संबंधित कंपनियों को की है। ऊर्जा कंपनियों की परियोजनाओं से करीबन ३३.८ करोड़ श्रम दिनों के रोजगार का निर्माण होने का अंदाजा व्यक्त किया जा रहा है। कोरोना की महामारी में घोषित किए गए लॉकडाउन की वजह से बड़ी मात्रा में रोजगार की समस्या निर्माण हुई है। इसी वजह से केंद्र सरकार रोजगार निर्माण के लिए विभिन्न प्रावधान कर रही है। ऊर्जा कंपनियों से शुरू हो रही इन परियोजनाओं की वजह से रोजगार से संबंधित समस्या का हल निकालने में सहायता होगी, यह संकेत प्राप्त हो रहे हैं।

 ५.८८ लाख करोड़

पेट्रोलियम उद्योग कोरोना के संकट को अवसर में परिवर्तित करे। रोजगार निर्माण करने के लिए एवं विकास को दुबारा पटरी पर लाने की कोशिश करे, यह सूचना इन कंपनियों को की गई है। परियोजनाओं की अंदाजन लागत में से मौजूदा आर्थिक वर्ष में करीबन १.२० लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे, यह बात कही जा रही है। इंधन क्षेत्र की कंपनियों से वर्तमान वर्ष में विभिन्न परियोजनाओं पर करीबन २६,५७६ करोड़ रुपयों का खर्च किया गया है। इनमें से ३,२५८ करोड़ रुपए कामगार संबंधित मुद्दों पर खर्च होने की जानकारी अधिकारियों ने साझा की।

 ५.८८ लाख करोड़

इंधन कंपनियों के ज़रिए शुरू की गई इन परियोजनाओं में रिफायनरी परियोजना, बायो रिफायनरिज, बुनियादी सुविधा प्रकल्प, पाईपलाईन, सीजीडी प्रकल्प, ड्रिलिंग और सर्वे के उपक्रमों का समावेश है। ऑईल ऐण्ड नैचरल गैस कॉर्पोरेशन (ओएनजीसी), इंडियन ऑईल कॉर्पोरेशन (आयओसी), हिंदुस्थान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड(बीपीसीएल), ऑईल इंडिया लिमिटेड (ओआयएल) और ‘एचपीसीएल-मित्तल एजर्नी लिमिटेड (एचएमईएल) के ज़रिए यह परियोजनएं शुरू की गई हैं।

इन कंपनियों की ८,३६३ परियोजनाएं पूरी करने के लिए कुल ३३.८ करोड़ श्रम दिनों का रोजगार निर्माण होने की उम्मीद हैं। इनमें से विद्यमान आर्थिक वर्ष में ९.७६ करोड़ श्रम दिनों का रोजगार निर्माण करने का लक्ष्य है। तभी इस वर्ष अब तक तेल और वायु परियोजना के निवेश से २.२ करोड़ से अधिक श्रम दिनों का रोजगार निर्माण हुआ। आर्थिक वर्ष में करीबन ४१,६७२ करोड़ रुपए रोजगार निर्माण के लिए खर्च करने का नियोजन किया गया है। इनमें से ११,२९६ करोड़ रुपयों का खर्च किया गया है। ४१,६७२ करोड़ रुपयों के खर्च से करीबन १४.५ करोड़ श्रम दिनों का रोजगार निर्माण होगा, यह जानकारी सूत्रों ने साझा की।

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