ईरान के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए सऊदी ने अरब लीग बैठक बुलाई

रियाध: इराक, सीरिया, क़तर, लेबनॉन और येमेन इन खाड़ी देशों में ईरान के बढ़ते हस्तक्षेप पर चर्चा करने के लिए सऊदी अरेबिया ने ‘अरब लीग’ की तत्काल बैठक बुलाई है। ‘अरब लीग’ के सदस्य देशों के अंतर्गत व्यवहार में हस्तक्षेप करके ईरान ने शांति और सुरक्षा खतरे में डालने का आरोप लगाकर सऊदी ने अरब लीग बैठक का आवाहन किया है। संयुक्त अरब अमिरात (युएई) और बाहरिन ने सऊदी की इस मांग को अपना पूरा समर्थन दिया है।

अरब लीग

खाड़ी देशों की जानकारी देने वाली एक वृत्तसंस्था ने दी हुई जानकारी के अनुसार, दस दिनों पहले सऊदी की राजधानी रियाध पर प्रक्षेपित किए गए मिसाइल हमले के मुद्दे पर सऊदी ने ‘अरब लीग’ से बैठक की मांग की थी। येमेन के हौथी बागियों ने रियाध पर दागा हुआ मिसाइल ईरानी निर्माण का था, ऐसा आरोप सऊदी लगा रहा है। इस वजह से हौथी बागियों का हाथ पकड़कर ईरान ने अपनी सुरक्षा को चुनौती देने का और युद्ध की घोषणा करने का आरोप सऊदी ने किया है।

इसके अलावा लेबनॉन की राजनीति में ईरान और ईरान समर्थक हिजबुल्लाह के बढ़ते हस्तक्षेप पर भी सऊदी ने टीका की है। हिजबुल्लाह की वजह से लेबनॉन में अस्थिरता निर्माण हुई है, ऐसा सऊदी ने कहा है। इसके अलावा पिछले हफ्ते बाहरिन की इंधन पाइपलाइन पर आतंकवादी हमला हुआ है ऐसा कहकर, इसके पीछे ईरान का हाथ होने का दावा सऊदी ने किया है। इन तीनों मुद्दों को उपस्थित करके सऊदी ने ईरान के खिलाफ अरब लीग में शिकायत दर्ज की है, ऐसा खाड़ी वृत्तसंस्था ने कहा है।

सऊदी अरेबिया का मित्र देश संयुक्त अरब अमिरात (युएई) और बाहरिन ने ईरान विरोधी शिकायत का समर्थन करके, ‘अरब लीग’ की बैठक की मांग की। वर्तमान में अरब लीग का अध्यक्ष पद जिबौती के पास है और उन्होंने भी आने वाले रविवार को अरब लीग की बैठक ली जाएगी, ऐसी घोषणा की है। इसके पहले क़तर के मुद्दे को लेकर अरब लीग की तत्काल बैठक बुलाई गई थी। सऊदी और अरब मित्र देशों ने क़तर पर लादे प्रतिबंधों की वजह से खाड़ी में निर्माण हुआ तनाव कम करने के लिए इस बैठक आयोजन किया गया था।

क़तर ईरान के इशारे पर नाच रहा है और ईरान समर्थक आतंकवादी संगठनों को मदद करने का आरोप सऊदी और मित्र देशों ने क़तर पर लगाया था। जब क़तर ईरान के साथ सहकार्य करने से पीछे हटेगा , तभी इन प्रतिबंधों को हटाया जाएगा, इस बात को सऊदी ने स्पष्ट किया था। लेकिन इस बैठक में सऊदी और क़तर अपनी अपनी भूमिका पर अड़े रहने की वजह से, यह बैठक किसी भी निर्णय तक पहुंचे बिना ही ख़त्म हो गई।

दौरान, सऊदी और अरब मित्र देशों ने किए हुए आरोपों को ईरान ने ख़ारिज किया है। येमेन के हौथी बागियों को मिसाइल की आपूर्ति न करने का दावा ईरान कर रहा है। साथ ही सऊदी ने येमेन पर किए अत्त्याचारों को हौथी बागियों ने मिसाइल दागकर प्रत्युत्तर देने की टीका भी ईरान ने की थी। लेकिन रियाध पर प्रक्षेपित किया हुआ मिसाइल ईरानी निर्माण का था, ऐसा अमरिका ने दावा क्या है।

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