कोरोना के संकट के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था ‘पांच ट्रिलियन्स डॉलर्स’ का मुकाम हासिल करेगी – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली – कोरोना वायरस के संकट काल से उभरकर भारतीय अर्थव्यवस्था अब धीरे धीरे गति पकड़ रही है। भारत में निवेश के लिए विश्‍वभर की प्राथमिकता दिख रही है। कोरोना के दौर में भी भारत में बड़े प्रकल्प आए हैं। इस वजह से वर्ष २०२४ तक भारतीय अर्थव्यवस्था पांच ट्रिलियन्स डॉलर्स का मुक़ाम प्राप्त करेगी, यह विश्‍वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यक्त किया है। एक वृत्तसंस्था को दिए साक्षात्कार के दौरान प्रधानमंत्री ने यह विश्‍वास व्यक्त किया।

यकायक उभरे कोरोना वायरस के संकट की वजह से देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति डामाडोल हो गई थी। लेकिन, अब अर्थव्यवस्था में सकारात्मक प्रगति दिख रही है। अगले वर्ष तक कोरोना संकट के काल में हुए नुकसान से पूरी तरह से बाहर निकलेंगे। साथ ही भारत निवेशकों के लिए सबसे बेहतर देश साबित होगा, यह बयान भी प्रधानमंत्री ने किया। देश की अर्थव्यवस्था में सकारात्मकता लाने के लिए पांच चीजें ज़िम्मेदार होने की बात प्रधानमंत्री ने रेखांकित की।

देश का कृषि क्षेत्र तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। बीते कुछ महीनों में किसानों ने काफी मात्रा में उत्पादन किया है। इस वजह से ग्रामीण क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को गति प्राप्त होगी, यह बात प्रधानमंत्री ने कही। तथा, कोरोना के काल में भी देश में हो रहे विदेशी निवेश में (एफडीआय) में बढ़ोतरी होने की बात पर प्रधानमंत्री ने ध्यान आकर्षित किया।

अप्रैल से अगस्त के दौरान देश में ३५.७३ अरब डॉलर्स विदेशी निवेश हुआ है। यह आज तक का सबसे बेहतर रिकार्ड़ है। बीते वर्ष की तुलना में इस निवेश में १३ प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। यह पूरे विश्‍व का भारत पर भरोसा बढ़ने की बात दिखाई देती है। इसके अलावा वाहन क्षेत्र एवं उत्पादन क्षेत्र में भी भारत प्रगति कर रहा है। रोजगार के लिए नए अवसर उपलब्ध हो रहे हैं, इस ओर भी प्रधानमंत्री ने ध्यान आकर्षित किया। इन सभी कारणों की वजह से देश की अर्थव्यवस्था गति पकड़ रही है। इससे वर्ष २०२४ तक भारतीय अर्थव्यवस्था ‘पांच ट्रिलियन डॉलर्स’ का मुक़ाम हासिल करेगी, यह विश्‍वास प्रधानमंत्री ने व्यक्त किया।

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