रक्षा मंत्रालय के राफाएल के विवाद पर खुलासा

नई दिल्ली – फ्रान्स से खरीदारी होने वाले राफाएल लड़ाकू विमानों के निर्माण प्रक्रिया में भारतीय कंपनियों की साझेदारी के बारे में निर्णय भारत सरकार ने नहीं लिया है, ऐसा खुलासा रक्षा मंत्रालय ने किया है। इन विमानों की खरीदारी में गैर व्यवहार होने के आरोपों को उत्तर देने के लिए रक्षा मंत्रालय ने निवेदन प्रसिद्ध किया है। इस निवेदन में यह खुलासा किया गया है।

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सन २०१५ में भारत ने फ्रान्स के सरकार के साथ ३६ राफाएल लड़ाकू विमानों की खरीदारी का करार किया था। इस करार के अनुसार इन विमानों का कुछ हिस्सा भारत में निर्माण करने की शर्त )ऑफसेट( में रखी गई है। भारतीय साझेदार के तौर पर फ्रान्स के डसॉल्ट कंपनी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज का चुनाव किया है। इसके लिए भारत सरकार ने प्रयत्न करने का दावा फ्रान्स के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष होलांदे ने किया था। उनका यह विधान प्रसिद्ध होने पर राफाएल विमानों की खरीदारी प्रक्रिया में गैर व्यवहार होने का आरोप अधिक तीव्र हो रहा है।

राजनीतिक पक्षों से इस बारे में किए जानेवाले आरोपों को भारत के रक्षा मंत्रालय ने निवेदन जारी करके उत्तर दिया है। राफाएल विमानों के खरीदारी का व्यवहार सरकार ने किसी भी कंपनी के साथ नहीं किया है बल्कि फ्रान्स के सरकार के साथ किया है। फ्रान्स की सरकार डसॉल्ट कंपनी से यह विमान तैयार करने वाले हैं और यह विमान तैयार करने के लिए किसी भी भारतीय कंपनी का सहयोग लेने का निर्णय पूर्ण रूप से डसॉल्ट कंपनी पर निर्भर था। भारत सरकार का इस प्रक्रिया से संबंध नहीं है, ऐसा बयान रक्षा मंत्रालय ने दिया है। तथा इस बारे में बिना किसी कारण विवाद निर्माण किया जा रहा है, ऐसा आरोप रक्षा मंत्रालय के निवेदन में रखा जा रहा है।

फ्रान्स के सरकार ने इस बारे में खुलासा प्रसिद्ध किया है। भारत तथा फ्रान्स के सरकार का डसॉल्ट कंपनी का भारतीय साझेदार का चुनाव करने में निर्णय नहीं लिया नहीं है, ऐसा भी इस अधिकृत निवेदन में स्पष्ट किया गया है। अपने पर विशिष्ट भारतीय कंपनी का साझेदार के तौर पर चुनाव करने की अनिवार्यता नहीं हुई थी। यह निर्णय अपना ही होने की बात डसॉल्ट कंपनी ने घोषित की है।

साथ ही आक्षेप लिए जाने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज एवं अन्य भारतीय कंपनियों के साथ राफाएल विमानों के निर्माण के लिए हमने साझेदारी की है, इसकी तरफ डसॉल्ट ने ध्यान केंद्रित किया है। इस संदर्भ में पत्रकार परिषद में संबोधित करते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित होने वाले मुद्दों पर राजनीति न हो ऐसा आवाहन किया है। तथा राफाएल विमानों के कीमत एवं अन्य जानकारी उजागर करने पर उसका पाकिस्तान एवं चीन को लाभ मिल सकता है, ऐसी चेतावनी रविशंकर प्रसाद ने दी है। कुछ दिनों पहले भारतीय वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने राफाएल विमानों की खरीदारी के पर होने वाले व्यवहार को लेकर हो रहे आरोपों का उत्तर दिया है।

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