चीन की सीमा के पास भारत का गगनशक्ति युद्धाभ्यास शुरू – रक्षा मंत्री सीतारामन एवं वायु सेना प्रमुख धनोवा का ने दौरा किया

ईटानगर : भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान की सीमा के पास अपने सामर्थ्य का प्रदर्शन करने के बाद चीन के सीमा के समिप गगनशक्ति २०१८ युद्धाभ्यास का दूसरा स्तर शुरू हुआ है। गुरुवार को रक्षामंत्री निर्मला सीतारामन और वायुसेना प्रमुख बी.एस.धनोवा ने इस युद्धाभ्यास का ब्यौरा किया।

गुरुवार को रक्षामंत्री सीतारामन और वायुसेना प्रमुख बी.एस.धनोवा ने आसाम और अरुणाचल प्रदेश के वायुसेना के तलों को भेंट देकर हवाई दल की सज्जता का ब्यौरा किया है। इससे पहले भी वायुसेना ने युद्धाभ्यास किया है, पर यह भारतीय वायुसेना का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास होने की रक्षा मंत्री सीतारामन ने कही है। युद्ध अभ्यास के समय में हवाई दल की क्षमता और सज्जता इसका एक ही समय परख की गई। पूर्व की तरफ सीमा पर वायुसेना के अत्यंत अलग स्तर पर तैयारी अपेक्षित होने की बात कहकर यह अपेक्षा युद्धाभ्यास में पूर्ण होने का दावा रक्षामंत्री ने किया है। तथा यह किसीभी युद्ध के लिए वायुसेना की सज्जता बढ़ाने वाला युद्धाभ्यास होने की बात कहकर गगनशक्ति २०१८ का महत्व रक्षामंत्री सीतारामन ने नए से रेखांकित किया है।

इस युद्धाभ्यास के दौरान अरुणाचल प्रदेश के एडवांस लैंडिंग ग्राउंड से हवाई दल के दो सुखोई-३० लड़ाकू विमानों ने टेक ऑफ किया। उसके बाद सी-१३०जे सुपर हरक्यूलिस भारी विमान ने लेंडिंग किया।

तथा आसाम के डीएम् रेंज से प्रगत सुखोई-३० लड़ाकू विमानों के साथ हमलावर एमआई-१७ हेलीकॉप्टर ने हवा से जमीन पर शस्त्र बरसाये।

रविवार तक चीन के सीमा पर गगनशक्ति युद्धाभ्यास शुरू रहेगा। इससे पहले भी पाकिस्तान के सीमा पर वायुसेना के विमानों ने ५००० से अधिक बार उड़ान करके नियोजित लक्ष्य सटिक रूप से साध्य किया था। अब दूसरे स्तर में भी वायुसेना के सामर्थ्य का प्रदर्शन होगा। वायु सेना का गगनशक्ति २०१८ यह युद्धाभ्यास देश के शत्रु के लिए आकाश एवं धरती को कांपने वाला होगा, ऐसा वायुसेना प्रमुख बी.एस.धनोवा ने हालही में कहा था।

Leave a Reply

Your email address will not be published.