ऑस्ट्रेलियन संसद पर हुए सायबर हमले में चीन का हाथ होने की आशंका – ऑस्ट्रेलियन गुप्तचर यंत्रणा से जांच शुरू

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरकैनबेरा/बीजिंग – ऑस्ट्रेलिया के संसद पर हुए सायबर हमले के पीछे चीन का हाथ होने की आशंका वरिष्ठ अधिकारी ने जताई है| गुरूवार देर रात एवं शुक्रवार प्रातःकाल के दौरान ऑस्ट्रेलियन संसद के ‘नेटवर्क’ पर सायबर हमला होने की बात उजागर हुई थी| इस हमले का उद्देश्य या इस हमले के दौरान किसी जानकारी की चोरी या हानि होने की बात स्पष्ट नही हुई है| चीन की सत्तारूढ कम्युनिस्ट पक्ष से नजदिकी सबंंध रखनेवाले ‘हुआंग शिआंग्मो’ इस कारोबारी की ऑस्ट्रेलिया प्रवेश पर पाबंदी लगाने के बाद ४८ घंटों के भीतर यह हमला हुआ है|

‘संसद पर हुए सायबर हमले से संबंध में फिलहाल किसी भी स्वरूप का पुख्ता वक्तव्य करना मुमकिन नही है| संसद के अलावा अन्य सरकारी यंत्रणा या विभागों को इस हमले में लक्ष्य करने की जानकारी सामने नही आयी है| संसद सदस्य एवं उनके कर्मचारी संसद में कॉम्प्युटर नेटवर्क का इस्तेमाल करते है| इसमें ई-मेल्स एवं अन्य जानकारी के लिए नेटवर्क का इस्तेमाल होता है, यह जानकारी प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन इन्होंने दी| संसदीय कारोबार या सियासी प्रक्रिया में सीधे हस्तक्षेप होने के सबुत अभी तक प्राप्त नही हुए है, ऐसा संसदीय अधिकारी ने स्पष्ट किया|

लेकिन, ऑस्ट्रेलिया की गुप्तचर यंत्रणा ‘द ऑस्ट्रेलियन सिग्नल्स डिरेक्टरेट’ (एएसडी) ने संसद के कॉम्प्युटर नेटवर्क दुबारा ठिक करने में सफलता हासिल की है और सांसदों के कॉम्प्युटर्स के पासवर्ड बदले गए है| साथ ही ‘एएसडी’ ने इस हमले की जांच शुरू की है और सायबर विशेषज्ञों ने इस हमले के पीछे विदेशी यंत्रणा का हाथ होने की आशंका जताई है| ‘एएसडी’ एवं अन्य यंत्रणाओं ने शुरू किए जांच में यह बात प्रमाणित की जाएगी, ऐसे संकेत सूत्रों ने दिए है|

ऑस्ट्रेलिया के स्थानिय सायबर विशेषज्ञों ने संसद के नेटवर्क पर हुए हमले के पीछे चीन का हाथ होने का दावा किया है| ‘नए हमलों के पीछे यकिनन विदेशी यंत्रणा का हाथ हो सकता है| संसद में सक्रिय रहनेवाले सांसदों के साथ उनके कर्मचारी एवं नजदिकी लोगों से जुडी काफी जानकारी हाथ लग सकती है’, ऐसा ‘ऑस्ट्रेलियन स्टॅ्रटेजिक पॉलिसी इन्स्टिट्यूट’ के वरिष्ठ अधिकारी फर्ग्युसन हॅन्सन इन्होंने कहा है|

पिछले चार वर्षों में ऑस्ट्रेलिया में सरकारी कॉम्प्युटर नेटवर्क पर हुआ यह तिसरा बडा सायबर हमला है| इसके पहले ऑस्ट्रेलियन सरकार के मौसम विभाग और सांख्यिकी विभाग के नेटवर्क पर सायबर हमले किए गए थे| इन हमलों के पीछे भी चीन का हाथ होने की आशंका जताई गई थी| लेकिन, चीन ने यह सभी आरोप ठुकराए थे|

पिछले वर्ष ऑस्ट्रेलिया के गुप्तचर प्रमुख ‘डंकन लुईस’ और विदेश व्यवहार एवं व्यापार विभाग के सचिव फ्रान्सिस ऍडम्सन इन्होंने चीन से हो रहे सायबर हमलों से संबंधी गंभीर चेतावनी दी थी| चीन के साथ अलग अलग मुद्दों पर बने तनाव के बाद चीन सरकार के समर्थक गुट या यंत्रणा ऑस्ट्रेलिया पर बडे सायबर हमले कर सकती है, इस ओर गुप्तचर विभाग ने ध्यान भी केंद्रीत किया था|

Leave a Reply

Your email address will not be published.