चीन की नौसेना और तटरक्षक दल की ‘साउथ चाइना सी’ में संयुक्त गश्त; व्हिएतनाम पर दबाव लाने की कोशिश

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बीजिंग/हनोई – चीन की तरफ से पिछले कुछ महीनों से ‘साउथ चाइना सी’ समुद्री क्षेत्र में आक्रामक लष्करी गतिविधियाँ चल रही हैं। ‘साउथ चाइना सी’ कृत्रिम द्वीपों पर परमाणु सज्ज बॉम्बर्स का युद्धाभ्यास करने के बाद अब चीनी नौसेना ने तटरक्षक दल के साथ संयुक्त अभ्यास शुरू करने की जानकारी सामने आई है। व्हिएतनाम के समुद्री क्षेत्र के पास ‘पारासेल आइलैंड’ इलाके में यह गश्त लगाई गई है और इस दौरान विदेशी नौकाओं को भगाने की जानकारी चीनी मीडिया ने दी है। चीन की यह गश्त चल रही थी, उस समय भारत के तीन युद्धपोत अभ्यास के लिए व्हिएतनाम में दाखिल हुए हैं।

चीन की ‘साउथ चाइना सी’ और ‘पसिफिक क्षेत्र में लष्करी गतिविधियाँ बहुत ही तीव्र हुईं हैं। जनवरी महीने में चीन ने इस समुद्री क्षेत्र के ‘मिसचिफ रिफ’ पर दो भारी लष्करी विमानों को उतारा था। अप्रैल महीने में इसी समुद्री क्षेत्र में विध्वंसक भेदी मिसाइलों को और हवाई सुरक्षा यंत्रणाओं को तैनात किया गया था।

साउथ चाइना सी में स्थित ‘स्प्रार्टले’ द्वीपसमूह के क्षेत्र में चीन ने बड़े पैमाने पर कृत्रिम द्वीप और लष्करी अड्डों का निर्माण किया है। इस महीने की शुरुआत में ‘सुबि रीफ’ इस कृत्रिम द्वीप पर भारी लष्करी परिवहन करने वाला विमान उतारा था। चीन की इस तैनाती पर व्हिएतनाम और फिलिपाईन्स ने कडी आपत्ति जताई है।

एक तरफ चीन की आक्रामक गतिविधियाँ शुरू हैं और दूसरी तरफ व्हिएतनाम और फिलिपाईन्स जैसे देशों ने अमरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया, रशिया जैसे देशों के साथ सहकार्य बढाने की शुरुआत की है। व्हिएतनाम ने अपने समुद्री क्षेत्र में इंधन उत्खनन के लिए भारत और रशिया के साथ अनुबंध किया है और इन कंपनियों ने उत्खनन का काम हाथों में भी लिया है। इस उत्खनन के लिए चीन ने विरोध दर्शाने के बावजूद काम आगे जारी रखा गया है।

इस मुद्दे को लेकर चीन आक्रामक हुआ है और व्हिएतनाम पर दबाव डालने की कोशिश शुरू की है। कुछ दिनों पहले विमान वाहक युद्धपोत और प्रगत लड़ाकू विमानों के अभ्यास का आयोजन करके चीन ने दबाव डालने की कोशिश की थी। उसके बाद अब चीनी नौसेना और तटरक्षक बल ने संयुक्त गश्त आयोजित करके अधिक आक्रामक भूमिका अपनाई है।चीन की नौसेना

‘पारासोल आइलैंड’ इलाके में चीनी नौसेना ने पहली बार संयुक्त गश्त लगाने की जानकारी चीनी मीडिया ने दी है। इस समय इस इलाके के ४० नौकाओं की जाँच की और उसमें से १० विदेशी नौकाओं को इलाके के बाहर निकाला, ऐसा दावा इस खबर में किया गया है। लगभग पाँच दिनों तक यह गश्त जारी थी।

चीनी नौसेना की इस गश्त के दौरान भारत के तीन युद्धपोत ‘ब्रिजेस ऑफ़ फ्रेंडशिप’ उपक्रम के अंतर्गत व्हिएतनाम में दाखिल हुए हैं। यह युद्धपोत जल्द ही व्हिएतनाम में नौसेना के साथ युद्धाभ्यास में शामिल होंगे, ऐसी जानकारी भारतीय नौसेना ने दी है।

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