छत्तीसगढ़ के हमले के बाद माओवादियों के खिलाफ नई व्यूहरचना और व्यापक मुहिम हाथ में लेने का केंद्रीय गृहमंत्री का ऐलान

रायपुर, दि. २५ : ‘छत्तीसगढ़ का हमला यह ठंडे दिमाग से षड़यंत्र रचकर किया नरसंहार था| इसके बाद माओवादीविरोधी व्यूहरचना में बड़ा परिवर्तन किया जायेगा| आनेवाले कुछ ही दिनों में अधिक तीव्रता से माओवादियों के खिलाफ नयी मुहिम छेड़ी जायेगी,’ ऐसा ऐलान केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने किया है| सोमवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में माओवादियों ने किये हमले में ‘सीआरपीएफ’के २६ जवान शहीद हुए थे| इन जवानों को राजनाथ सिंह ने श्रद्धांजली अर्पण दी और अब इसके आगे माओवादियों को बक्षा नहीं जायेगा, ऐसा साफ संकेत दिया है|

छत्तीसगढ़मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की यात्रा की और यहाँ रखे गये शहीद जवानों के पार्थिव का दर्शन किया| साथ ही, राजनाथ सिंग ने अस्पताल में जाकर ज़ख्मी जवानों की पूछताछ की| इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमण सिंह और केंद्रीय गृहराज्यमंत्री हंसराज अहिर की उपस्थिती में वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक संबोधित की| इस बैठक के बाद बोलते हुए, केंद्र सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार जल्द ही माओवादियों पर जवाबी हमला करेंगी, ऐसा दृढ़ संकल्प उन्होंने व्यक्त किया|

माओवादियों का हमला यह माओवादियों द्वारा ठंडे दिमाग से किया गया नरसंहार है| इन जवानों का बलिदान हम व्यर्थ न जाने देंगे| माओवादियों की समस्या पूरी तरह जड़मूलसहित नष्ट करने की योजनाएँ बनायीं जा रही हैं| इसके लिये माओवादीविरोधी व्यूहरचना की समीक्षा की जायेगी और इसके तहत रणनीतियों में आवश्यक रहनेवाले बदलाव किये जायेंगे, ऐसा केंद्रीय गृहमंत्री ने घोषित किया| आनेवाले आठ मई को माओवादियों के खिलाफ रणनीति बनाने के लिये माओवादियों से पीड़ित राज्यों की बैठक बुलाई गई है, ऐसी जानकारी भी केंद्रीय गृहमंत्री ने दी|

माओवादियों के खिलाफ व्यूहरचना बनाते समय, हथियारबंद कारवाईं के साथ ही, माओवादियों से पीड़ित इलाकों के विकासकार्यक्रम पर सरकार ज़ोर देगी। इस दुर्गम इलाके में सड़कें बनाना, स्कूल और आरोग्य सुविधाओं का विकास करना, ये काम इसके आगे अधिक प्रभावी तरीके से किये जायेंगे| माओवादी यह विकास रोकने की कोशिश कर रहे हैं| इसके लिए माओवादी गरीब बेगुनाह आदिवासियों का मानवीय ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं, ऐसा आरोप राजनाथ सिंग ने किया|

यह हमला करते समय माओवादियों ने गाँव के लोगों का मानवरूपी ढाल के रूप में इस्तेमाल करने की बात सामने आयी थी| साथ ही, गाववालों के घर में छिपकर माओवादियों ने गोलाबारी की| इसलिए जवानों को इन हमलावर माओवादियों को मुँहतोड़ जवाब देते समय कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा था, ऐसी जानकारी कुछ ज़ख्मी जवानों ने दी है| ऐसा होने के बावजूद, माओवादियों का भी इस हमले में भारी मात्रा में नुकसाना हुआ है, ऐसा कहा जाता है| लेकिन माओवादी इस समय जवानों के बुलेटप्रुफ जैकेट्स और इन्सास रायफलों को उड़ा ले गये होने की बात सामने आयी है|

माओवादियों ने सोमवार को हमला किये कालापत्थर इलाके में बुराकापाल-चिंतागुफा दरमियान के इलाके में सड़क बनाने का काम शुरू है| यह काम पूरा ना हों, इसीलिए ख़ौफ़ पैदा करने के लिए माओवादियों ने यह हमला किया| माओवादियों ने यह षडयंत्र पहले से ही रचा था। हमला हुआ तब कुछ जवान खाना खा रहे थे, ऐसी जानकारी सामने आ रही है| सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल की जाँच की| इस इलाके में सीआरपीएफ जवानों की तैनाती के बावजूद भी कौनसी सुरक्षासंबंधित कमियाँ रह गईं, इसका जायज़ा इस समय लिया गया|

महाराष्ट्र के गोंदिया में हमले की साज़िश ध्वस्त कर दी

छत्तीसगढ़ के सुकमा में माओवादियों के हमले में २५ जवान शहीद होते समय माओवादियों का संचार रहे सभी राज्यों में हाय ऍलर्ट कर दिया गया है| इस पृष्ठभूमि पर, माओवादियों का प्रभाव रहे महाराष्ट्र के गोंदिया और गड़चिरोली ज़िलों में सुरक्षा एजन्सियाँ सतर्क हो गईं हैं| पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है| इससे गोंदिया में माओवादियों के हमले की बड़ी साजिश को ध्वस्त कर दिया गया|

माओवादियों ने गोंदिया के मोरगांव तालुका के बारटोला इस गाँव में बड़े पैमान पर छिपाकर रखे विस्फोटक एवं टाईम बम बरामद हुए हैं| इस इलाके में माओवादियों की गतिविधियाँ दिखाई देने की और यहाँ कुछ विस्फोटक ज़मीन में गाडे गये होने की जानकारी सुरक्षाकर्मियों को मिली थी| इसके बाद बमस्क्वॉड टीम के साथ यहाँ पहुँचे पुलिसकर्मियों ने, इन गाड़कर रखे गये विस्फोटकों को ढूँढकर विफल कर दिया|

 

Leave a Reply

Your email address will not be published.