पाकिस्तान में गृहयुद्ध छिड़ने से बवाल – इम्रान खान समर्थकों के सेना पर हमले

इस्लामाबाद – पूर्व प्रधानमंत्री इम्रान खान की गिरफ्तारी होने के बाद पाकिस्तान में लगातार दूसरे दिन हिंसा और आगजनी हुई। इसी बीच इस्लामाबाद के हाई कोर्ट में इम्रान खान ने उन्हें जान का खतरा होने की चिंता जताई। इस वजह से उनके समर्थक काफी भड़के और उन्होंने सेना अधिकारी, सैनिक और सरकारी दफ्तरों पर बड़े हमले किए। साथ ही इम्रान खान की पार्टी के नेताओं ने पुरे देश में हड़ताल का नारा लगाया है। इसके बाद पाकिस्तान की सेना ने पुरे देश में तैनाती शुरू करके कानून हाथ में लेने की कोशिश करनेवालों को बक्शा नहीं जाएगा, ऐसा धमकाया भी है। साथ ही पाकिस्तान के शत्रुओं को पिछले ७५ सालों में जो मुमकिन नहीं हुआ वह सत्ता की लालच में बैठे नेताओं ने कर दिखाया हैं। ९ मई, यह पाकिस्तान के इतिहास का काला दिन साबित होगा, ऐसा पाकिस्तानी सेना ने कहा हैं। हमारे देश में गृहयुद्ध शुरू होने की कबुली ही पाकिस्तानी सेना ने इस बयान से दी है।

मंगलवार ९ मई को इम्रान खान को गबन के मामले में गिरफ्तार किया गया। बुधवार को उन्हें इस्लामाबाद उच्च अदालत में पेश किया गया। वहां पर उन्होंन यह आरोप भी लगाया कि, पिछले २४ घंटों में हमें उत्पिड़ीत किया गया। इसके अलावा हमें धीरे धीरे मौत देनेवाली इंजेक्शन लगाने की तैयारी की जा रही है, यह भी इम्रान खान ने कहा है। उनके इस दावे के बाद खान के समर्थकों ने पुरे देश में शुरू प्रदर्शनों की तीव्रता बढ़ाई। लाहोर, कराची के साथ पाकिस्तान के सभी प्रमुख शहरों में खान समर्थकों ने आगजनी शुरू की है। खास तौर पर पाकिस्तान सेना अधिकारियों के घर और सैनिकों को खान समर्थकों ने लक्ष्य किया। कई जगहों पर तो पाकिस्तानी सैनिक जान बचाने के लिए भाग जाने के लिए मज़बूर होते दिखाई दिए। साथ ही प्रदर्शनकारी पुलिस पर भी हमले कर रहे हैं।

इसके बाद पाकिस्तानी यंत्रणाओं ने इम्रान खान के पार्टि के नेता और पूर्व वित्त मंत्री अस्सद उमर और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी को गिरफ्तार किया है। साथ ही हज़ार से अधिक दंगाईयों को गिरफ्तार करने की जानकारी माध्यमों ने साझा की है। इस वजह से प्रदर्शनकारी अधिक भड़के हैं और उन्होंने सेना के विरोध में अधिक आक्रामक ऐलान करके नए हमले शुरू किए हैं। कुछ जगहों पर सेना के सैनिकों पर गोलीबारी होने का भी वृत्त हैं। इस हिंसा में अबतक कितने लोग मारे गए हैं, इसके पुख्ता आँकड़े सामने नही आए हैं। लेकिन, इस वजह से पाकिस्तान की फिर से पुरी दुनिया में बदनामी हुई है।

परमाणु धारी देश के तौर पर पुरी दुनिया में बड़ा गर्व जता रहा पाकिस्तान अपने ही देश में कानून और सुव्यवस्था बनाए नहीं रख सकता, यही दुनिया के सामने स्पष्ट हुआ है। इतना ही नहीं, आगे पाकिस्तान परमाणु अस्त्र क्या सुरक्षित रह सकेगा, यह सवाल भी किया जा रहा हैं। अमरीका और ब्रिटेन ने पाकिस्तान की इन गतिविधियों पर चिंता जताई है। इस दौरान पाकिस्तानी सेना ने यह बयान किया है कि, सत्ता की लालच में बैठे नेताओं की वजह से पिछले ७५ सालों में शत्रु को जो करना मुमकिन नहीं हुआ वहीं पाकिस्तान में हो रहा है। संकुचित राजनीतिक स्वार्थ के लिए देश हित को बलि चढ़ाया जा रहा हैं, ऐसा आरोप पाकिस्तानी सेना की माध्यम शाखा कही जा रही ‘आईएसपीआर’ ने लगाया है।

व्यापक देश हित के विचार में पाकिस्तानी सेना ने बड़े संयम से सभी हमलों का मुकाबला किया है। इस वजह से अपना लौकिक बाधित हो रहा है, इसका विचार भी पाकिस्तानी सेना ने नहीं किया। लेकिन, अब ऐसे हमले करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी, ऐसी चेतावनी आईएसपीआर ने दी है। इसी बीच, पाकिस्तान के सेनाप्रमुख जनरल आमिस मुनीर ओमान का दौरा छोड़कर पास्तिन लौट आए हैं। इसी दौरान प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ देश में गृहयुद्ध छिड़ने के बावजूद अभी भी लंदन में ही होने की बात कही जा रही है।

पाकिस्तान में हिंसा का तांड़व शुरू होने की स्थिति में इस देश से बाहर निकलने की स्पर्धा शुरू हुई है। जिस किसी को मुमकिन हो, उस हर पाकिस्तानी व्यक्ति ने दूसरे देश का पासपोर्ट प्राप्त किया है। यह लोग देश से बाहर निकल जाने की कड़ी कोशिश में होने का दावा किया जा रहा है। इस वजह से पाकिस्तान का भविष्य अब बचा नहीं हैं, यही बात फिर से रेखांकित हो रही है।

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