युरोप को सुरक्षायंत्रणा सप्लाई करनेवाली कंपनी का चीन सरकार तथा सेना के साथ संबंध

ब्रुसेल्स/बीजिंग – युरोप के हवाईअड्डों समेत अग्रणी बंदरगाह एवं सीमा पर जांच चौकियों पर लगाए गए अधिकतम ’सिक्युरिटी स्कैनर्स’ एक चीनी कंपनी के होने की बात सामने आई है। ’न्यूकटेक’ नामक इस चिनी कंपनी के चीनी कम्युनिस्ट हुकूमत लश्कर से संबंध होने की पोल खुली है। चीनी हुकूमत इस कंपनी के माध्यम से अत्यंत संवेदनशील तथा व्यक्तिगत स्वरूप की जानकारी प्राप्त कर सकती है ऐसा दावा युरोप की सायबरसुरक्षा कंपनियां और विशेषज्ञ कर रहे हैं।

चीन सरकारपरदेस में कार्यरत सभी चीनी कंपनियों को उनकी जानकारी चीनी हुकूमत को भेजने की सख्ती की गई है। इसलिए विश्वभर में सक्रिय चीनी कंपनियों की कार्यप्रणाली एवं विश्वास्नीयता पर सवाल उठने लगे हैं। न्यूकटेक के संदर्भ में उपस्थित हुए मुद्दे भी इसी का हिस्सा माने जाते हैं। युरोपिय महासंघ के 27 में से 26 देशों में इस चीनी कंपनी द्वारा बनाई हुई यंत्रणाएं लगाई गई हैं।

कंपनी द्वारा दी गई जानकारी अनुसार युरोप के अग्रणी बंदरगाह, हवाईअड्डे, दो देशों के बीच की सीमासुरक्षा चौकियां, राजनैतिक कार्यालए ऐसे सभी स्थानों पर न्योकटेक के सिक्युरिटी स्कैनेर्स लगाए हुए हैं। इन स्कैनर्स के माध्यम से अत्यंत महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील जानकारी स्कैन होकर चीनी कंपनी के हाथों में जा रही हैं, ऐसा इशारा युरोपिय विशेषज्ञ एवं विश्लेषकों ने दी है। चीन में उइघरवंशियों के खिलाफ जारी मुहिमों के लिए भी इस कंपनी ने अपनी यंत्रणा प्रदान की है, इसका पता चला है।

अमेरिका एवं कैनडा दोनों ने इस न्यूकटेक की यंत्रणा पर रोक लगाई है और अमेरिका ने कंपनी का ब्लैकलिस्ट में स्मावेश किया है। युरोप स्थित लिथुआनिया सरकार ने भी पहले लगाए गए न्यूकटेक की यंत्रणा निकालने के आदेश दिए हैं। न्यूकटेक की स्थापना चीन की ’त्सिंगुआ युनिवर्सिटी’ के उपक्रम के रूप में की गई थी। चीन के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष हु जिंताओ के बेटे ने कई वर्ष इस कंपनी के प्रमुख के रूप में जिम्मेदारी संभाली थी।

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