चीन के २० विमानों की तैवान की हवाई सीमा में घुसपैठ

– घुसपैठ की अब तक की सबसे बड़ी घटना

तैपेई – चीन के २० लड़ाकू विमानों ने तैवान की हवाई सीमा में घुसपैठ की। तैवान ने मिसाइल यंत्रणा कार्यान्वित करके एवं लड़ाकू विमानों की तैनाती करके इस घुसपैठ को मुँहतोड़ प्रत्युत्तर दिया। शुक्रवार की घटना चीन के विमानों की सबसे बड़ी घुसपैठ की घटना साबित हो रही है। बीते कुछ दिनों से चीन ने तैवान की सीमा में अपने विमानों की घुसपैठ बढ़ाई है। इसके पीछे अमरीका में हुए सत्ता परिवर्तन की पृष्ठभूमि पर चीन ने अपनाई आक्रामक भूमिका प्रमुख कारण होने की बात समझी जा रही है।

चीन के २० विमानों की तैवान की हवाई सीमा में घुसपैठतैवान के रक्षा मंत्रालय ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार शुक्रवार की शाम चीन की ‘पीपल्स लिब्रेशन आर्मी’ के २० विमानों ने तैवान के ‘एअर डिफेन्स आयडेन्टिफिकेशन ज़ोन’ (एडीआयज़ेड) में घुसपैठ की। इसमें १० लड़ाकू ‘जे-१६’, २ ‘जे-१० मल्टिरोल फायटर्स’, ४ ‘एच-६ के बॉम्बर’, २ ‘वाय ८ ऐंटिसबमरिन वॉरफेअर’, १ ‘केजे-५०० एअरबॉर्न अर्ली वॉर्निंग ऐण्ड कंट्रोल प्लेन’ और गश्‍त के लिए इस्तेमाल हो रहे ‘वाय-८ टैक्टिकल रिकनेसन्स प्लेन’ का समावेश था।

चीन के २० विमानों की तैवान की हवाई सीमा में घुसपैठ‘एच-६ के बॉम्बर’ और २ ‘वाय-८ ऐंटिसबमरिन वॉरफेअर प्लेन्स’ ने तैवान की दक्षिणी सीमा से और अन्य विमानों की ‘डाँगशा आयलैण्ड’ की हवाई सीमा से घुसपैठ की जानकारी रक्षा मंत्रालय ने प्रदान की। शुक्रवार की यह घटना चीन के विमानों की अब तक की सबसे बड़ी घुसपैठ का आरोप रक्षा मंत्रालय ने लगाया है।

तैवान की सीमा के करीब चीनी विमान पहुँचते ही तैवान ने रेडियो संदेश जारी किया था। साथ ही अपने लड़ाकू विमान भी रवाना किए थे। लेकिन, चेतावनी देने के बाद भी चीनी विमान पीछे हटने के लिए तैयार ना होने की बात देखकर तैवान ने अपनी मिसाइल यंत्रणा कार्यान्वित की। इसके साथ ही चीनी विमान साउथ चायना सी की दिशा में मुड़ गए। इससे पहले २४ जनवरी के दिन चीन ने अपने १२ विमान तैवान की सीमा में घुसपैठ कराए थे। इसके बाद चीन के लड़ाकू एवं बॉम्बर विमानों ने लगातार तैवान की हवाई सीमा का उल्लंघन करना जारी रखा है और इस महीने में चीन के विमानों ने कुल १३ बार तैवान के ‘एअर डिफेन्स आयडेन्टिफिकेशन ज़ोन’ में घुसपैठ करने की बात स्पष्ट हुई है।

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