चीन के विमानों की तैवान की सीमा में घुसपैठ

तैपेईष – अमरीका में राष्ट्राध्यक्षपद के चुनावों में डोनाल्ड ट्रम्प की हार के साथ ही तैवान के मसले पर आक्रामक भूमिका अपना रहे चीन ने फिरसे तैवान की सीमा में घुसपैठ की है। शुक्रवार के दिन घुसपैठ के बाद चीन के विमानों ने तैवान की हवाई सीमा में लंबे समय तक गश्‍त लगाई, ऐसा आरोप तैवान के रक्षा मंत्रालय ने लगाया है। चीन के इन विमानों को खदेड़ने के लिए तैवान ने अपने लड़ाकू विमान भी रवाना किए थे। दो दिन पहले ही चीन की विमान वाहक युद्धपोत ने तैवान की खाड़ी से सफर किया था।

‘पिपल्स लिब्रेशन आर्मी’ के ‘वाय-८ एएसडब्ल्यू’ पनडुब्बी विरोधी और ‘वाय-८’ गश्‍त विमानों ने २५ दिसंबर के दिन तैवान की सीमा में घुसपैठ की। तैवान के रक्षा मंत्रालय ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार ‘एअर डिफेन्स आयडेन्टिफिकेशन जोन’ (एडीआयजेड) नामक तैवान की हवाई सीमा का भंग किया गया। इसके साथ ही तैवान की हवाई सुरक्षा यंत्रणा अलर्ट हुई और उससे चीनी विमानों की घुसपैठ की जानकारी तैवान के रक्षा मंत्रालय को पहुँचाई गई।

तैवान के रक्षा मंत्रालय ने चीन के विमानों से रेडियो के माध्यम से संपर्क स्थापित करके अपनी हवाई सीमा से वापिस लौटने की सूचना दी। लेकिन, इसके बाद भी चीनी विमानों ने तैवान की हवाई सीमा में उड़ान भरना जारी रहने पर तैवान के लड़ाकू विमानों ने चीन के विमानों को भगाया। चीन के विमानों की इस घुसपैठ पर तैवान के रक्षा मंत्रालय ने जोरदार आलोचना की है। तैवान के लड़ाकू विमानों ने अब तक ४,१०० बार चीनी विमानों को वापिस लौटने के लिए मज़बूर किया है। विमानों के साथ ही चीन के युद्धपोत और विध्वसंकों ने तैवान के समुद्री क्षेत्र में घुसपैठ करने की मात्रा बढ़ी है।

इस महीने के शुरू में भी चीन ने लगातार दो दिन ‘वाय-८ एएसडब्ल्यू’ और ‘वाय-८’ गश्‍त विमानों के साथ इलेक्ट्रॉनिक युद्ध के लिए इस्तेमाल होनेवाले ‘वाय-८ ईडब्ल्यूए’ विमान की तैवान की हवाई सीमा में घुसपैठ करवाई थी। चीनी विमानों की एक ही समय पर हुई इस घुसपैठ के बाद तैवान ने अपनी वायुसेना की गश्‍त बढ़ाई थी। इसके साथ ही हवाई सुरक्षा यंत्रणा भी तैयार रखी गई है। तैवान की हवाई सीमा में विमानों को भेजकर चीन इस क्षेत्र में तनाव बढ़ा रहा है, ऐसी आलोचना तैवान की राष्ट्राध्यक्षा ‘त्साई ईंग-वेन’ ने की थी।

बीते तीन महीनों से चीन ने तैवान के प्रति आक्रामक भूमिका अपनाई है। तभी, महीनाभर पहले चीन के विमानों की तैवान की हवाई सीमा में घुसपैठ करने की घटनाएं भी बढ़ी हैं। ज्यो बायडेन अमरीका के अगले राष्ट्राध्यक्ष होंगे, इस खबर से संतोष महसूस कर रहे चीन ने यह घुसपैठ बढ़ाई है, ऐसा दावा किया जा रहा है।

चीन दावा कर रहा है कि, तैवान हमारा सार्वभौम क्षेत्र है। तो, तैवान के साथ अमरीका ने भी चीन का यह दावा ठुकराया है। साथ ही ट्रम्प प्रशासन ने तैवान को हथियारों से सज्जित करना जारी रखा है। बीते सप्ताह में ही अमरिकी कांग्रेस ने तैवान के लिए बड़ी मात्रा में हथियारों की बिक्री की मंजूरी प्रदान की है। इस वजह से बेचैन हुए चीन ने तैवान पर दबाव बढ़ाने के लिए तैवान के समुद्री और हवाई सीमाओं में घुसपैठ बढ़ाई है।

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