तैवान की सागरी सीमा में अमरिकी विध्वंसक की गश्ती – चीन की क्रोधित प्रतिक्रिया

तैपेई/शंघाय – क्षेपणास्त्रभेदी यंत्रणा से लैस ‘युएसएस मस्टिन’ इस विध्वंसक ने शनिवार को तैवान की खाड़ी में गश्ती की। स्वतंत्र और मुक्त इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की सुरक्षा के लिए अमरीका वचनबद्ध है, यह दिखाने के लिए यह गश्ती की, ऐसा अमरिकी नौसेना ने स्पष्ट किया। उसके बाद चीन ने अपना विध्वंसक युद्धपोत और लड़ाक़ू विमान अमरिकी विद्ज्वंसक के पीछे रवाना की थी। साथ ही, इस सागरी क्षेत्र में अमरीका की मुहिमें तैवानस्थित चीनविरोधी गुटों को उक़साने के लिए होने का आरोप चीन के लष्कर ने किया है।

us-china-taiwanपिछले कुछ दिनों से ‘ईस्ट चायना सी’ के क्षेत्र में अमरीका और जापान के नौसेना का संयुक्त अभ्यास शुरू था। इस अभ्यास में ‘युएसएस मस्टिन’ और जापान के ‘जेएस सुझूत्सुकी’ इन विध्वंसकों ने सहभाग लिया था। जापान में तैनात होनेवाले अमरीका के सातवें बेड़े के नेतृत्व में यह युद्धअभ्यास संपन्न हुआ था। इस युद्धअभ्यास के बाद ‘युएसएस मस्टिन’ शनिवार को तैवान की ख़ाड़ी में दाखिल हुआ। आन्तर्राष्ट्रीय नियमों के दायरे में रहकर अपने विध्वंसक ने यह गश्ती पूरी की होने की जानकारी अमरिकी नौसेना ने दी। साथ ही, इसके आगे भी आन्तर्राष्ट्रीय नियमों का सम्मान करके अमरीका की हवाई एवं सागरी गश्ती जारी रहनेवाली है, ऐसा अमरिकी नौसेना ने स्पष्ट किया।

अमरिकी विध्वंसक की इस गश्ती की चीन के लष्कर ने आलोचना की। इस सागरी क्षेत्र में अपने विध्वंसक पोत भेजकर अमरीका तैवान का मुद्दा झुलसता रखना चाहती है। तैवानस्थित चीनविरोधी गुटों को उक़साने के लिए अमरीका ये हरक़तें कर रही है। साथ ही, अमरीका की इन हरक़तों से इस क्षेत्र की शान्ति और स्थिरता के लिए ख़तरा बना है। वहीं, तैवान का मोहरे जैसा इस्तेमाल करके अमरीका इस क्षेत्र में होनेवाले अपने स्वार्थी हेतु हासिल कर रही होने का आरोप चीन के लष्कर ने किया।

us-china-taiwanतैवान यह अपना ही भूभाग होने का दावा चीन कर रहा है। तैवान पर कब्ज़ा करने के लिए चीन ने लष्करी कार्रवाई की धमक़ियाँ भी दीं हैं। चिनी आक्रमण के बढ़ते ख़तरे की पृष्ठभूमि पर, अमरीका ने तैवान को प्रगत शस्त्रास्त्रों की सप्लाई करने का ऐलान किया है। अमरिकी सिनेट में वैसा प्रस्ताव मंज़ूर किया है। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने तैवान के साथ के लष्करी सहयोग को अहमियत दी है।

इसी बीच, तैवान की खाड़ी में अमरिकी नौसेना की यह १२वीं गश्त है। महीने भर पहले अमरीका की ‘इंडो-पैसिफिक कमांड’ के मिलिटरी इंटेलिजन्स के प्रमुख रिअर ऍडमिरल स्टडमॅन ने तैवान की भेंट की थी। तब अमरिका का प्रगत विध्वंसक ‘युएसएस बॅरी’ ने तैवान की खाड़ी में गश्ती की थी। अमरीका और तैवान के बीच के लष्करी सहयोग से बेचैन हुए चीन ने तैवान पर दबाव बढ़ाने की शुरुआत की थी। एक महीने में ही चीन के लड़ाक़ू एवं बॉम्बर विमानों ने लगभग २६ बार तैवान की सीमा में घुसपैंठ की थी।

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