तैवान के खाडी में अमरिकी युद्धपोत ने की यात्रा के बाद – चीन ने किया युद्धपोत विरोधी मिसाइल का परीक्षण

Third World Warबीजिंग: अमरिका के एयरक्राफ्ट कैरियर जंगी जहाजों को जल समाधि देने की धमकी देने वाले चीन ने ‘डॉंगफेंग-२६’ (डीएफ-२६) जंगी जहाज भेदी मिसाइल का परीक्षण किया हैं| चीन के सरकार का मुखपत्र तथा समाचार माध्यम ने इस परीक्षण की घोषणा कर ‘ईस्ट तथा साउथ चायना सी’ में गश्त करने वाले अमरिका को चेतावनी दी है, यह कहा जा रहा हैं| इस महीने की शुरुआत को चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने सेना को युद्ध के लिए सज्ज रहने के आदेश दिए थे| उसके पश्चात दो सप्ताह पहले ही चीन ने ‘डीएफ-२६’ मिसाइल तैनात कर अपने इरादे स्पष्ट किए थे|

चीन के सरकारी समाचार माध्यम ने ‘पीपल्स लिबरेशन आर्मी’ के रॉकेट फोर्स विभाग ने इंटरकॉन्टिनेंटल ‘डीएफ-२६’ मिसाइल का परीक्षण करने का वीडियो प्रसिद्ध किया हैं| पिछले सप्ताह में चीन के उत्तर पूर्वी भाग में लष्करी अड्डे पर आयोजित किए इस ‘लाईव्ह फायर’ युद्धाभ्यास में ‘गुआम किलर’ से पहचाने जाने वाले इस मिसाइल का परीक्षण करने का इस वीडियो में कहा गया हैं|

तैवान, खाडी, अमरिकी युद्धपोत, यात्रा, बाद, चीन, युद्धपोत विरोधी, मिसाइल, परीक्षणलगभग ४५०० किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य को ध्वस्त करने की क्षमता इस मिसाइल में हैं| वर्णित मिसाइल प्रशांत महासागर में अमरिका के गुआम तक हमला कर सकता हैं| इससे पहले भी चीन ने ‘डीएफ-२६’ का परीक्षण किया था| उस समय चीन के इस जंगी जहाज भेदी मिसाइल की क्षमता मर्यादित थीं| परंतु पिछले सप्ताह में परीक्षण किए ‘डीएफ-२६’ मिसाइल अपनी दिशा परिवर्तित कर सकता हैं, ऐसा दावा चीन के लष्करी विशेष तथा भूतपूर्व अधिकारियों ने किया हैं| इस कारण ‘डीएफ-२६’ के प्रक्षेपण की अनुभूति होते ही विमान वाहक युद्धपोतों ने तेजी से दिशा बदलने का प्रयास किया तो भी वे इस मिसाइल का लक्ष्य बन जाएंगे, ऐसा चीन के विशेषज्ञों का कहना हैं|

पिछले सप्ताह में अमरिका के जंगी जहाजों ने तैवान के खाड़ी से यात्रा की थीं| समुद्री यातायात की स्वतंत्रता को रेखांकित करने के लिए जंगी जहाज रवाना करने का अमरिका का कहना था| तैवान ने भी अमरिका की जंगी जहाज की यात्रा का स्वागत किया था| परंतु तैवान अपनी ही संप्रभु भूमि होने का दावा करने वाले चीन ने अमरिका की जंगी जहाज की यात्रा पर टिका की थीं|

परंतु अपने समुद्री क्षेत्र में अमरिका की जंगी जहाजों की गतिविधियों पर चीन की कड़ी नजर होते हुए अमरिका ने ‘वन चायना पॉलिसी’ का सम्मान करना चाहिए, ऐसी चेतावनी चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने दी थीं| इसे पहले ‘ईस्ट तथा साउथ चायना सी’ में अमरिका की जंगी जहाजों की यात्रा पर भी चीन ने चेतावनी दी थीं| परंतु इस समय चीन ने ‘डीएफ-२६’ का परीक्षण कर् एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अमरिका की जंगी जहाजों को लक्ष्य करने की चेतावनी देने का दिखाई दे रहा हैं|

साल २०१५ में चीन ने लष्करी संचालन में सबसे पहले ‘डीएफ-२६’ मिसाइल दुनिया के सामने प्रदर्शित किया था| उसके पश्चात पिछले वर्ष अप्रैल महीने में यह मिसाइल चीन की सेना में दाखिल होने का जाहिर किया गया था| परंतु उसके पश्चात वर्णित मिसाइल चीन के किसी भी भाग में तैनात करने की जानकारी नहीं मिली थीं| लेकिन दो सप्ताह पहले बड़े ट्रक पर लादे हुए ‘डीएफ-२६’ मिसाइल पश्चिमोत्तर विभाग में तैनात करने की जानकारी चीन के लष्करी अधिकारी ने सरकारी मुखपत्र को दी थीं|

अमरिका के एयरक्राफ्ट कैरियर जंगी जहाजों को जल समाधि देने की क्षमता भी अपने मिसाइल में होने का दावा चीन कर रहा हैं| इस महीने की शुरुआत को चीन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘साउथ चायना सी’ पर कब्जा करने के लिए अमरिका के दो एयरक्राफ्ट कैरियर जंगी जहाजों को जल समाधि देने का विकल्प राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग के सरकार को सूचित किया था| जहाज डूबने पर अमरिका को बड़ा झटका लगेगा, ऐसा दावा इस चीनी अधिकारी ने किया था| उसके पश्चात चीन ने ‘डीएफ-२६’ का तैनातीकरण और परीक्षण कर अमरिका पर दबाव डालने का प्रयत्न किया है, यह दिखाई दे रहा हैं|

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