भविष्यकालीन जंग में रशिया, चीन करेंगे आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल : वरिष्ठ अमरिकी अधिकारी

वॉशिंग्टन, दि. ६ (वृत्तसंस्था) – अमरिकी रक्षा दलों के अधिकारियों ने, रशिया और चीन के साथ अमरीका का संघर्ष निश्चित है, ऐसा अंदेशा दिया है| इस संघर्ष के लिए अमरिकी नौसेना पूरी तरह से तैयार होने का दावा ऍडमिरल ‘जॉन रिचर्डसन’ ने किया| वहीं, चीन और रशिया के साथ होनेवाला संघर्ष प्राणघातक होगा, ऐसी चेतावनी देते हुए अमरिकी सेना के मेजर जनरल ‘विल्यम हिक्स्’ ने ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स’ और ‘स्मार्ट वेपन्स’ का इस्तेमाल इस संघर्ष की गति को अधिक तेज़ कर देगा, ऐसी घोषणा की|

चीनहाल ही में, ‘भविष्य के हथियार और जंग’ इस  विषय पर आधारित एक सैनिकी बैठक का आयोजन किया गया था| अमरिकी रक्षा दल द्वारा आयोजित की गयी इस बैठक में, सेना और नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे| इस समय अमरीका के ‘नेव्हल ऑपरेशन्स’ के प्रमुख ऍडमिरल रिचर्डसन ने, अमरीका की सुरक्षा को ख़तरा होने की बात को कबूल किया| दुनिया के आधुनिक देश अपनी सेनाशक्ति को बढ़ाने के लिए अधिक आक्रामकता से कोशिश कर रहे हैं, ऐसा रिचर्डसन ने कहा|

कुछ देशों ने समुद्री क्षेत्रों में ‘नो गो मिसाईल एरिया’ घोषित कर दिया है| इस समुद्री क्षेत्र में अमरीका के विमानवाहक युद्धपोत या लड़ाकू प्लेन्स दाखिल भी होते हैं, तो उन पर प्रक्षेपास्त्रों से हमला होगा, यह पक्का है| इसलिए अमरीका ने अब तक इन समुद्री क्षेत्रों से दूर रहने की नीति अपनाई थी| लेकिन आनेवाले समय में, अमरीका की नौसेना यह ख़तरा मोल लेने के लिए तैयार है; साथ ही, प्रक्षेपास्त्रों के हमलों का जवाब देने के लिए भी चौकन्नी है ऐसी चेतावनी ऍडमिरल रिचर्डसन ने दी| लेकिन यह चेतावनी देते हुए रिचर्डसन ने रशिया या चीन का नाम नहीं लिया|

चीनइसी बैठक में, अमरीका के सेना अधिकारी मेजर जनरल हिक्स् ने, भविष्य का संघर्ष चुनौतिभरा होगा, ऐसा कहा| आनेवाले समय में यदि पारंपरिक संघर्ष छिड़ता है, तो इस संघर्ष में बेहद प्राणघातक हथियारों का इस्तेमाल किया जा सकता है| इन प्राणघातक हथियारों को रोका नहीं जा सकता, ऐसा भी हिक्स ने अपनी चेतावनी में कहा| इन संहारक हथियारों के इस्तेमाल से गतिविधियाँ इतनी तेज़ हो जायेंगी कि उनपर नियंत्रण करना मनुष्य की क्षमता से परे होगा, ऐसा दावा अमरीका के इन वरिष्ठ सेना अधिकारी ने किया| साथ ही, हिक्स् ने ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स’ और ‘स्मार्ट वेपन्स’ की संक्षिप्त जानकारी देते हुए, मशिन्स द्वारा फैसला करने की क्षमता मनुष्य के अधिक चुनौतिभरी साबित हो सकती है, ऐसा बताते हुए चिंता व्यक्त की|

पिछले कुछ महीनों में, रशिया और चीन द्वारा ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स’ और ‘स्मार्ट वेपन्स’ का किया गया इस्तेमाल, इस बात पर ग़ौर फ़रमाने का काम हिक्स् ने किया, ऐसा दावा मीडिया कर रही है| सीरिया संघर्ष में रशिया ने, इसी प्रौद्योगिकी से तैयार किए बॉम्बर प्लेन्स और ‘स्मार्ट वेपन्स’ का इस्तेमाल किया गया था| इस प्रकार के हथियारों का इस्तेमाल अमरीका को बड़े संघर्ष की चुनौती दे रहा है| कोरिया की जंग के बाद पहली बार अमरीका को इस तरह की जंग का सामना करना होगा, ऐसी चेतावनी हिक्स् ने दी|

इसी दौरान, पिछले कुछ महीनों में अमरीका ने, प्रशांत महासागर स्थित गुआम द्वीपसमूह पर अपनी सैनिकी गतिविधियाँ बढ़ाई हैं|

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