चीन-रशिया-ईरान की नौसेनाएं ओमान की खाड़ी में युद्धाभ्यास कर रही हैं

बीजिंग – ओमान की खाड़ी में चीन, रशिया और ईरान की नौसेनाओं के युद्धाभ्यास की बुधवार को शुरूआत हुई। इसमें अन्य देशों की नौसेनाएं भी शामिल होंगी, यह ऐलान चीन के रक्षा मंत्रालय ने किया है। अमरीका के साथ तनावपूर्ण संबंध रखनेवाले देशों का यह युद्धाभ्यास है, ऐसा चीन का कहना है। इसकी वजह से इस अहम समुद्री क्षेत्र से व्यापारी यातायात करने वाले अमरीका और मित्रदेशों को चीन आगाह कर रहा है।

‘सिक्युरिटी बॉन्ड-2023’ इससे समुद्री युद्धाभ्यास में शामिल होने वाले देशों का सहयोग बढ़ेगा तथा, इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता को इस युद्धाभ्यास से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होगी, ऐसा दावा चीन के रक्षा मंत्रालय ने किया है। ओमान की खाड़ी में बुधवार को शुरू हुआ यह युद्धाभ्यास रविवार तक चलेगा। इसमें अन्य देशों की नौसेनाएं भी शामिल होंगी, यह जानकारी चीन के रक्षा मंत्रालय ने प्रदान की। इस समुद्री क्षेत्र में चीन, रशिया और ईरान की नौसेनाओं का यह दूसरा युद्धाभ्यास है। पिछले महीने इन तीनों देशों की नौसेनाओं ने इसी क्षेत्र में अभ्यास किया था।

पर्शियन खाड़ी से ईंधन की भारी मात्रा में यातायात होती है। पिछले कुछ सालों से अमरीका और यूरोपिय देशों ने इस समुद्री क्षेत्र के सुरक्षा का ज़िम्मा उठाया था। लेकिन, अमरीका के बायडेन प्रशासन की भूमिका की वजह से इस क्षेत्र में चीन भी अब अपने पैर जमाने की कोशिश कर रहा है, ऐसी चेतावनी अमरिकी विश्लेषक ही दे रहे हैं।

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