अमरिका के साथ बने तनाव के बीच चीन-उत्तर कोरिया के लष्करी सहयोग में बढोतरी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

बीजिंग – पिछले दो हफ्तों में छह मिसाइलों के परीक्षण करते हुए तनाव बढ़ानेवाले उत्तर कोरिया ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता में अधिक बढ़ोतरी की है| उत्तर कोरिया के छह वरिष्ठ लष्करी अधिकारियों ने चीन को भेंट देते हुए चीनी लष्करी अधिकारियों से व्यापक चर्चा की है| एशिया पैसिफिक क्षेत्र की सुरक्षा के लिए चीन एवं उत्तर कोरिया का लष्करी सहयोग व्यापक करने पर चर्चा में सहमति होने की बात कही जा रही है| इसके जरिए अमरिका एवं मित्र देशों ने एशिया पैसिफिक क्षेत्र में शुरू किए लष्करी गतिविधियों को उत्तर देने की अपनी तैयारी होने का एहसास चीन और उत्तर कोरिया ने दिलाया है|

२ महीनों पहले चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने उत्तर कोरिया का दौरा करते हुए, उत्तर कोरिया के हुकुमशाह किम जोंग उन से भेंट की थी| दोनों देशों के नेताओं में हुए इस भेंट में पारंपारिक लष्करी सहयोग में बढ़ोतरी करने पर सहमति हुई है| इस चर्चा का अगले स्तर के तौर पर उत्तर कोरिया के वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के पथकने शुक्रवार को चीन का दौरा करने की बात घोषित की है| उस समय दोनों देशों के लष्करी अधिकारियों में एशिया प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा के बारे में लष्करी सहयोग अधिक व्यापक करने पर चर्चा होने की जानकारी चीन के अधिकृत संकेतस्थल ने दी है| 

चीन एवं उत्तर कोरिया के हुकुमशाही प्रशासन में पिछले ७ दशकों से लष्करी सहयोग चलता रहा है| चीन ने छुपे रूप से उत्तर कोरिया के परमाणु शस्त्र और मिसाइल कार्यक्रम को सहायता प्रदान करने का आरोप किया जा रहा है| इससे पहले भी अमरिका और मित्र देशों ने सुरक्षा परिषद में उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम के विरोध में प्रतिबंधों का प्रस्ताव प्रस्तुत करने के बाद चीन ने ही नकार अधिकार का उपयोग करते हुए उत्तर कोरिया को बचाया था| पर किम जोंग उन ने उत्तर कोरिया के हुकुमशाह बनने पर इस देश का चीन के साथ लष्करी सहयोग कम हुआ था| तथा हुकुमशाह किम जोंग उन ने अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष की भेंट लेकर चीन को झटका दिया था|

पर चीन के राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग इनके उत्तर कोरिया दौरे के बाद फिर एक बार दोनों देशों के लष्करी सहयोग प्रबल होते दिखाई दे रहे हैं| शुक्रवार की बैठक में दोनों देशों में लष्करी सहयोग व्यापक करने के बारे में हुई चर्चा उसी का भाग दिखाई दे रही है| शुक्रवार को उत्तर कोरिया ने दो कम दूरी के मिसाइलों का परीक्षण किया था| जापान की दिशा से प्रक्षेपित किए इस मिसाइल परीक्षण पर दक्षिण कोरिया तथा जापान ने आलोचना की है|

अमरिका एवं दक्षिण कोरिया में युद्धाभ्यास शुरू हुआ है| यह अभ्यास हमें चुनौती देने के लिए होने का आरोप करते हुए, उत्तर कोरिया मिसाइलों के परीक्षण करके इस अभ्यास का निषेध व्यक्त कर रहा है| तथा एशिया पैसिफिक क्षेत्र में अमरिका की गतिविधियों की वजह से भड़के हुए चीन ने भी उत्तर कोरिया के असंतोष का उपयोग करके अपनी चालाखी दिखाकर दोनों देशों में नए से दृढ़ हुए लष्करी सहयोग का दाखिला दिया हैं|

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