‘सीपीईसी’ की आड़ में चीन पाकिस्तान का शोषण कर रहा है – पाकिस्तान के पूर्व राजदूत का आरोप

वॉशिंग्टन – ‘भारत को टक्कर देने के लिए और अमरीका के लिए विकल्प के रूप में पाकिस्तान ने चीन के साथ दोस्ती की। इस दोस्ती की ख़ातिर चीन ने पाकिस्तान में ‘चायना पाकिस्तान इकॉनॉमिक कॉरिडॉर’ (सीपीईसी) यह महत्त्वाकांक्षी परियोजना शुरू तो की; लेकिन चीन की यह परियोजना पाकिस्तान के भले के लिए न होकर, इस परियोजना के ज़रिये चीन पाकिस्तान के विरोध में शिकारी अर्थनीति का इस्तेमाल कर रहा है’, ऐसा आरोप पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसेन हक्कानी ने किया। पाकिस्तान में ही प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट का हवाला देकर, हक्कानी ने चीन द्वारा जारी होनेवाले पाकिस्तान के आर्थिक शोषण पर उँगली रखी। देश के इस आर्थिक शोषण में पाकिस्तान के वरिष्ठ लष्करी अधिकारी चीन का साथ दे रहे हैं, ऐसा आरोप हक्कानी ने किया।

अमरीका में एक मासिकपत्रिका के लिए लिखे आ लिहिलेल्या लेख में और उसके बाद कुछ न्यूज़चॅनल्स को दिए इंटरव्यू में हक्कानी ने चीन की ‘सीपीईसी’ परियोजना की जमकर आलोचना की। यह परियोजना अपारदर्शिता के कीचड़ में फ़ँसी होकर, इस परियोजना में शामिल चीन की कंपनियों ने पाकिस्तान की ज़बरदस्त आर्थिक लूट की होने की बात हक्कानी ने की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने नियुक्त की जाँच समिति के रिपोर्ट का हवाला देकर हक्कानी ने यह आरोप किया। चीन पाकिस्तान का भरोसेमन्द मित्रदेश है, ऐसा पाकिस्तानी जनता के गले उतारा गया। लेकिन यही चीन, सीपीईसी परियोजना की आड़ में पाकिस्तानी जनता का बेरहमी से शोषण कर रहा है, इस बात पर हक्कानी ने ग़ौर फ़रमाया।

गत कुछ महीनों में पाकिस्तानी जनता के बिजली के बिलों में बड़ी बढ़ोतरी हुई थी। इसकी जाँच करने के लिए प्रधानमंत्री इम्रान खान ने जाँच समिति की स्थापना की थी। सीपीईसी परियोजना में सहभागी होनेवालीं चिनी ऊर्जानिर्माण कंपनियों के कारण बिल में बढ़ोतरी हुई, ऐसा इस रिपोर्ट में कहा गया है। पाकिस्तान के बिजलीनिर्माण क्षेत्र में तक़रीबन ६२ करोड़ डॉलर्स इतनी भारी मात्रा में भ्रष्टाचार हुआ है, ऐसा इस रिपोर्ट में नमूद किया गया है। इस भ्रष्टाचार में शामिल होनेवालीं कंपनियों में चीन की कंपनियों का सर्वाधिक सहभाग होने की जानकारी सामने आयी है। ‘हुआनेंग शँडोंग रुयी’ ऐसा इस भ्रष्टाचार में सहभागी होनेवाली चिनी कंपनी का नाम है।

हालाँकि सीपीईसी परियोजना के तहत चिनी कंपनियों ने किये हुए भ्रष्टाचार की जानकारी सामनी आयी है, लेकिन पाकिस्तान इन कंपनियों पर कार्रवाई नहीं कर सकेगा, ऐसा हक्कानी ने कहा है। इस परियोजना में होनेवाला पाकिस्तानी लष्कर का सहभाग और चिनी कंपनियों के साथ होनेवाले उनके संबंध इस कार्रवाई के आड़े आयेंगे, ऐसा दावा हक्कानी ने किया। प्रधानमंत्री इम्रान खान के विशेष सहायक लेफ्टनंट जनरल असिफ सलीम बाजवा ये सीपीईसी परियोजना के पाकिस्तान क्षेत्र के प्रमुख हैं, इसपर हक्कानी ने ग़ौर फ़रमाया। इस कारण, चीन द्वारा हो रही पाकिस्तानी जनता की लूटमार के लिए पाकिस्तान का लष्कर ही ज़िम्मेदार होने का दोषारोपण हक्कानी ने रखा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.