चीन जासूसी के लिए क्यूबा में अड्डा बना रहा है – अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा की जानकारी

वॉशिंग्टन – अटलांटिक महासागर में अमरिकी नौसेना की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए चीन अपना जासूसी अड्डा  क्यूबा में बना रहा है। क्युबा की कम्युनिस्ट हुकूमत ने चीन को इसके लिए ज़रूरी अनुमति देने की जानकारी अमरिकी समाचार चैनल ने गुप्तचर यंत्रणा के अधिकारी के दाखिले से दी है। इस वजह से चीन अमरीका के इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन्स की भी जासूसी कर सकेगा, ऐसा दावा किया जा रहा है।

पिछले दशक से चीन ने लैटिन अमरिकी देशों में धीरे धीरे अपना प्रबाव बढ़ाने की जानकारी कुछ दिन पहले सामने आयी थी। कुछ साल पहले तक अमरीका का सहयोगी देश रहा ब्राज़ील भी चीन के गुट में शामिल होने की चेतावनी दी जा रही है। ऐसे में यह कहा जा रहा है कि, ‘बेल्ट ॲण्ड रोड इनिशिएटिव’ के तहत चीन लैटिन अमरिकी देशों को अपने फंदे में फंसा रहा हैं।

चीन से सहयोग कर रहा  क्यूबा खुलेआम अमरीका विरोधी कार्रवाई में शामिल होने की आलोचना अमरिकी समाचार चैनल ने की है।  क्यूबा ने चीन के जासूसी अड्डे के लिए अपनी भूमि का इस्तेमाल करने की अनुमति प्रदान की है, ऐसा अमरिकी समाचार चैनल ने गुप्तचर अधिकारियों के दाखिले से कहा है। चीन और क्यूबा ने इससे संबंधित समझौता किया होने का दावा भी किया जा रहा है। लेकिन, चीन ने क्यूबा में ऐसी गतिविधियां नहीं की है, ऐसा इस समाचार चैनल का कहना हैं।

क्युबा के उप-विदेश मंत्री कार्लोस फर्नांडेझ दी कॉसिओ ने यह आरोप ठुकराए हैं। चीन को जासूसी अड्डे के लिए किसी भी तरह की अनुमति नहीं दी है, ऐसा कॉसिओ ने बताया।

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