उज्वल भविष्य होनेवाले चीन को गंभीर चुनौतीयों का सामना करना होगा- राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग का इशारा

बीजिंग: चीन आनेवाले ५ वर्षों मे गतिविधियों के बारे मे निर्णय लेने के लिए सत्ताधारी कम्युनिस्ट पक्ष के विशेष अधिवेशन को बुधवार के दिन शुरुआत हुई। पक्ष के अधिवेशन के पहले खुद का स्थान सक्षम करने वाले राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग का लगभग साढ़े तीन घंटे मॅराथॉन भाषण अधिवेशन के पहले दिन की विशेषता मानी गयी है। इस भाषण मे जिनपिंग ने चीन के कम्युनिस्ट पक्ष की सत्ता एवं एकाधिकार शाही इस नीति का पुरस्कार करते हुए भविष्य के बड़े संकल्प एवं सपने दिखाने का प्रयत्न किया है।

चुनौतीयों का सामना

बुधवार को राजधानी बीजिंग मे सत्ताधारी कम्युनिस्ट पक्ष के १९ वे पंचवार्षिक अधिवेशन को शुरुआत हुई। इस अधिवेशन के लिये देश भर से उनके पक्ष के २००० से अधिक प्रतिनिधि एवं नेता उपस्थित थे। अधिवेशन के उद्घाटन के बाद राष्ट्राध्यक्ष एवं पक्ष प्रमुख जिनपिंग ने ३ घंटो से अधिक समय के भाषण मे चीन की सफलता, महत्वाकांक्षा, भविष्य मे होने वाली गतिविधियां इस के साथ चुनौतियों की जानकारी दी है। चीन की विशेषता होनेवाला समाजवाद सफल हुआ है और इस से नए युग की शुरुआत हुई है। चीन अब दुनिया की महासत्ता बना है और मानव जाति के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, इन शब्दों मे जिनपिंग ने सफलता का दाखिला दिया है एवं प्रगति की प्रशंसा की है।

चीन को एक आधुनिक समाजवादी देश बनाने के का ख्वाब सामने रखकर उसके लिए आवाहन बड़े होने की बात जिनपिंग ने कहकर उपस्थित लोगों को सूचित किया है। बड़े ख्वाब अस्तित्व मे लाने के लिए उसके लिए संघर्ष उतना ही बड़ा करना होगा। संपूर्ण कम्युनिस्ट पक्ष को अधिक कठिन एवं बड़े प्रयत्न करने के लिए तैयार रहना होगा, ऐसा जिनपिंग ने कहा है। आनेवाले समय मे पक्ष को अधिक से अधिक खतरा स्वीकारना होगा और कड़े विरोध का सामना करना होगा, ऐसा इशारा जिनपिंग ने दिया है। चीन का भविष्य उज्जवल है फिर भी चुनौतियां अत्यंत गंभीर है, ऐसा एहसास पक्ष को होना चाहिए, ऐसा भी सूचित किया है।

उस समय उन्होंने इस शतक के मध्य तक चीन के संरक्षण दल दुनिया की सर्वोत्तम यंत्रणा होगी एवं सन २०५० वर्ष तक चीन का आधुनिक समाजवादी राष्ट्र मे रूपांतर पूर्ण हुआ होगा, ऐसा दावा भी जिनपिंग ने किया है।

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