भारतीय सेना की कार्रवाई के खौफ से चीन ने अपने नियंत्रण क्षेत्र में पुल का निर्माण शुरू किया

नई दिल्ली – लद्दाख के पैन्गाँग त्सो के अपने नियंत्रण वाले ‘एलएसी’ पर चीन ने सैन्य पुल का निर्माण शुरू किया है। अगस्त २०२० में भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों से यहाँ की पहाड़ियों पर कब्ज़ा किया था। इससे ड़री हुई चीनी सेना फिर से ऐसी स्थिति ना उभरे, इस मंशा से पुल का निर्माण कर रही है, ऐसा भारतीय सेना के सूत्रों न कहा है।

पुल का निर्माणवर्ष २०२० के मई से ही चीन ने लद्दाख के ‘एलएसी’ के दक्षिणी ओर के क्षेत्र में घुसपैठ की थी। लगातार आवाहन और इशारे देने के बावजूद चीन ने यहां से तैनाती नहीं हटाई थी। इसके बाद भारतीय सेना ने चीन को जोरदार झटका दिया। रेचिंग ला, ब्लैक टॉप, हॉट स्प्रिंग और रेकिन ला जैसी अहम पहाड़ियों पर कब्ज़ा करके भारतीय सेना ने चीनी सेना को दहला रखा था। भारतीय सेना की इस कार्रवाई को देखकर हक्काबक्का हुए चीनी सैनिकों ने इसका विरोध करने की कोशिश भी की। लेकिन, भारतीय सेना के सामने उनकी एक ना चली। अगले दिनों में भी चीनी सैनिकों ने इन पहाड़ियों को भारतीय सेना ने छीनने की कोशिश की थी। लेकिन, इसके गंभीर परिणाम होंगे, ऐसे सख्त इशारे भारतीय सेना द्वारा दिए जाने के बाद चीनी सेना पीछे हटने के लिए मज़बूर हुई थी।

भारतीय सेना की इस कार्रवाई की वजह से ड़र के मारे चीन लद्दाख के ‘एलएसी’ पर तनाव कम करने के लिए चर्चा करने हेतु मंजूर हुआ था। इसके अलावा अगले दिनों में चीन की सेना ने यहां के ‘एलएसी’ से वापसी भी की थी। यहां के कुछ ठिकानों पर अभी भी चीन के सैनिक तैनात हैं, फिर भी उन पर भारतीय सेना की कड़ी नज़र है। इस पृष्ठभूमि पर भारतीय सेना ने वर्ष २०२० के अगस्त में की हुई कार्रवाई से चीन खौफ में है। भारतीय सेना जरुरत पड़ने पर फिर से ऐसी कार्रवाई करेगी, ऐसे संकेत भारतीय सेना दे रही है। ऐसी स्थिति में चीन पैन्गॉन्ग त्सो के क्षेत्र में अपने नियंत्रण के खुर्नाक क्षेत्र में पुल का निर्माण कर रहा है।

इस पुल की वजह से चीनी सेना अधिक तेजी से तैनाती एवं कार्रवाई कर पाएगी। साथ ही फिलहाल यह क्षेत्र चीन के नियंत्रण में होने से इस पर सीधे आपत्ति जताना भारत के लिए भी कठिन होगा। पिछले कुछ महीनों से भारत ने सरहदी क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं का विकास तेज़ किया है। इसके अनुसार लेह-लद्दाख समेत चीन के ‘एलएसी’ के करीबी क्षेत्र में भारी मात्रा में सड़कों एवं पुलों का निर्माण किया जा रहा है। भारत के यह प्रकल्प चीन की चिंता बढ़ा रहे हैं। इसकी वजह से भारतीय सेना की तेज़ कार्रवाई करने की क्षमता अधिक बढ़ेगी। इस पृष्ठभूमि पर चीन ने खुर्नाक क्षेत्र में पुल का निर्माण शुरू किया दिख रहा है। लेकिन, इस पुल का निर्माण करते समय हम भारत के लिए खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर रहे हैं, यह भ्रम चीन निर्माण कर रहा है।

लद्दाख के गलवान घाटी में अपने देश का झंड़ा लहराकर नए वर्ष का स्वागत करने के दावे करनेवाले फोटो चीन ने प्रसिद्ध किए थे। लेकिन, यह फोटो चीन के नियंत्रण के क्षेत्र में खींचे जाने की जानकारी भारतीय सेना के सूत्रों ने प्रदान की। इस वजह से चीन भारतीय सेना पर दबाव बढ़ाने की कोशिश में होने की बात फिर से स्पष्ट हुई। इससे पहले भी चीन ने ऐसी कोशिशें की थी। लेकिन, प्रत्यक्ष ‘एलएसी’ पर भारतीय सेना की गतिविधियाँ और वहां पर विकसित हो रही बुनियादी सुविधाएं चीन की चिंता का विषय बनती जा रही है।

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