डिजिटल युआन का इस्तेमाल बढ़ाने के लिए चीन की गतिविधियाँ तेज़

बीजिंग – चीन के चेंगडू शहर के प्रशासन ने कुछ दिन पहले अपने दो लाख नागरिकों को चार करोड़ युआन का उपहार दिया। यह चीन के प्रशासन ने अपने नागरिकों को दिया हुआ सबसे बड़ा उपहार साबित हुआ है। इसका कारण यह उपहार ‘डिजिटल करन्सी’ के रूप में होकर, इतने बड़े पैमाने पर डिजिटल करन्सी के इस्तेमाल का परीक्षण करनेवाला चीन यह पहला ही देश साबित हुआ है। अपने नागरिकों को करोड़ों की तादाद में ‘डिजिटल युआन करन्सी’ देते समय ही, चीन की मध्यवर्ती बैंक ने ‘संयुक्त अरब अमिरात’ (युएई) और थायलंड इन दो देशों के साथ डिजिटल करन्सी प्रोजेक्ट पर भी काम शुरू किया होने के बाद सामने आई है।

digital-yuan-chinaआन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक व्यवहारों की जिम्मेदारी संभालने वाली ‘बँक फॉर इंटरनॅशनल सेटलमेंट्स’ (बीआयएस) ने डिजिटल करन्सी के मुद्दे पर हाल ही में एक रिपोर्ट भी जारी की है। उसके अनुसार, दुनिया की प्रमुख ६५ मध्यवर्ती बैंकों में से ५५ बैंक ‘डिजिटल करन्सी’ की प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं। उनमें से ६० प्रतिशत बैंकों ने, आनेवाले छः सालों में रिटेल क्षेत्र के लिए ‘डिजिटल करन्सी’ का इस्तेमाल शुरू हुआ होगा, ऐसे संकेत दिए हैं। इससे यही दिखाई दे रहा है कि चीन द्वारा ‘डिजिटल युआन’ के इस्तेमाल के लिए तेज़ी से गतिविधियाँ की जा रहीं हैं।

चीन ने अब तक अपने चार विभिन्न शहरों में स्थानीय नागरिकों को ‘डिजिटल युआन’ का उपहार देकर उसका इस्तेमाल धीरे-धीरे क्रमानुसार बढ़ाने के संकेत दिए हैं। जागतिक स्तर पर अन्य देशों के साथ डिजिटल करन्सी के व्यवहार शुरू करने की योजना में सहभाग, यह उसका अगला पड़ाव माना जाता है। आन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर यदि देशों के साथ ‘डिजिटल करन्सी’ का इस्तेमाल शुरु हुआ, तो अपने आर्थिक तथा तांत्रिक सामर्थ्य के ज़ोर पर चीन उसमें बढ़त प्राप्त कर सकता है, ऐसा विश्लेषकों का दावा है।

digital-yuan-chinaचीन द्वारा ‘डिजिटल करन्सी’ के लिए जारी गतिविधियाँ, यह युआन मुद्रा को जागतिक स्तर पर प्रमुख चलन के रूप में स्थापित करने की व्यापक योजना का भाग माना जाता है। चीन ने पिछले दो दशकों में अपनी मुद्रा ‘युआन’ आन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वमान्य हो, इसके लिए बड़े पैमाने पर कदम उठाए हैं। उसके लिए दुनिया के कई प्रमुख देशों के साथ मुद्रा व्यवहारों के लिए समझौते किए होकर, व्यापार में भी युआन का इस्तेमाल बढ़ाया है। आज की घड़ी में आन्तर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में होने वाले व्यवहारों में युआन का हिस्सा लगभग ४ प्रतिशत इतना है। वहीं, दुनिया के विभिन्न देशों के पास होनेवाले फॉरेन रिजर्व्स में युआन का हिस्सा २.१३ प्रतिशत तक पहुँचा है, ऐसा बताया जाता है।

digital-yuan-chinaयुआन को आन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा बनाना, यह चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत द्वारा अमरीका से महासत्तापद खींच लेने की महत्वकांक्षी नीति का अहम चरण माना जाता है। उसके लिए चीन ने रशिया समेत एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमरीका की उदयित अर्थव्यवस्थाओं के रूप में जाने जानेवाले देशों का इस्तेमाल किया दिखाई दे रहा है।

इन देशों में और उनके साथ हो रहे व्यवहारों में युआन का हिस्सा बढ़ाते जाने की नीति चीन की हुकूमत ने अपनाई है। लेकिन कोरोना की महामारी के कारण आन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर हुई बदनामी का झटका लगने के कारण चीन की इस योजना में कुछ हद तक रुकावटें पैदा हुईं थीं। इसी कारण चीन ‘डिजिटल युआन’ योजना तेज़ करके अपनी महत्वाकांक्षा को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।

जागतिक अर्थव्यवस्था में चीन का वर्तमान स्थान और सत्ताधारी हुकूमत की महत्वाकांक्षा इन्हें मद्देनज़र रखते हुए, चीन द्वारा डिजिटल युआन के लिए जारी गतिविधियाँ, जागतिक अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर करनेवालीं साबित हो सकतीं हैं, ऐसा दावा जापान के अग्रसर अखबार ने किया है।

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