जर्मनी में ‘आयएस’ समर्थक चरमपंथी गुटों पर बड़ी कार्रवाई

बर्लिन – जर्मनी के सुरक्षा यंत्रणाओं ने ‘आयएस’ समर्थक चरमपंथी गुटों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई के दौरान राजधानी बर्लिन और ब्रैंडनबर्ग प्रांत में स्थित कई ठिकानों पर छापे मारे गए और कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। यह कार्रवाई किए गए गुटों के वर्ष २०१६ में जर्मनी में हुए आतंकी हमले से ताल्लुकात होने की बात कही जा रही है। इस महीने में जर्मनी ने आतंकियों के खिलाफ की हुई यह दूसरी बड़ी कार्रवाई साबित होती है।

जर्मन सरकार ने हाल ही में ‘तौहिद बर्लिन’ नामक चरमपंथी गुट पर पाबंदी लगाने का ऐलान किया था। ‘तौहिद बर्लिन’ आतंकी हमलों का समर्थन करनेवाला गुट है। इस गुट ने जर्मन संविधान स्वीकारने से इन्कार करके आतंकी ‘आयएस’ संगठन की विचारधारा का प्रचार करना शुरू किया है। जर्मनी को अब भी आतंकवाद का बड़ा खतरा है और तौहिद बर्लिन पर लगाई गई पाबंदी चरमपंथी गुटों के खिलाफ जारी मुहिम का अहम चरण साबित होता है’, यह जानकारी जर्मनी के सांसद ऐंड्रिआस गिसेल ने प्रदान की।

तौहिद बर्लिन पर लगाई गई पाबंदी के बाद जर्मन सुरक्षा यंत्रणाओं के ‘स्पेशल वेपन्स ऐण्ड टैक्टिक्स’ दल के साथ अन्य विशेष दलों ने राजधानी बर्लिन और करीबी क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई की। इस कार्रवाई के दौरान जर्मन सुरक्षा यंत्रणाओं के करीबन ८५० अफसर और सैनिक शामिल थे, ऐसा बताया जा रहा है। इस कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में कागजात और अन्य सामान बरामद होने की बात कही जा रही है। लेकिन, इस मुहिम से संबंधित अन्य जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है।

जर्मन यंत्रणाओं ने इस महीने में आतंकियों के खिलाफ की हुई यह दूसरी बड़ी कार्रवाई साबित होती है। दो हफ्ते पहले जर्मन यंत्रणाओं ने डेन्मार्क की सहायता से ‘आयएस’ के खिलाफ मुहिम चलाई थी। इस संयुक्त कार्रवाई के दौरान शॉटगन्स, रायफल, बम बनाने का सामान, केमिकल्स एवं ‘आयएस’ का झंड़ा जब्त किया गया था। डेन्मार्क और जर्मनी के साथ यूरोपिय देशों में आतंकी हमले करने की बड़ी साज़िश नाकाम करने का दावा डेन्मार्क की यंत्रणाओं ने किया था।

जर्मनी में बीते कुछ वर्षों में चरमपंथियों की संख्या में काफी बढ़ोतरी होने की बात सामने आयी है। जर्मनी की अंदरुनि गुप्तचर यंत्रणा ने बीते वर्ष पेश की हुई रपट में देश में मौजूद चरमपंथियों की संख्या बढ़कर १२ हज़ार होने का इशारा दिया था। बीते नौं वर्षों में चरमपंथियों की संख्या बढ़कर तिगुनी से अधिक होने की बात गुप्तचर यंत्रणा ने कही थी। इस पृष्ठभूमि पर जर्मन यंत्रणाओं ने की हुई यह नई कार्रवाई अहम साबित होती है।

जर्मन यंत्रणाओं ने दो वर्ष पहले राजधानी बर्लिन के अलावा देश के अन्य हिस्सों में बनी अपराधिक अरब गिरोहों के खिलाफ व्यापक कार्रवाई की थी। इस कार्रवाई के दौरान जर्मनी के लगभग छह शहरों में अरब गिरोह के अड्डे और उनके द्वारा चलाए जा रहे अलग अलग व्यायसायिक उपक्रमों पर छापे मारे गए थे। इस कार्रवाई को अंजाम देने के लिए जर्मन सुरक्षा यंत्रणाओं के करीबन १,३०० सैनिक शामिल थे। गुरूवार के दिन चलाई गई इसके बाद हुई दूसरी बड़ी कार्रवाई होने की बात कही जा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.