जापान, तैवान की सुरक्षा को लेकर अमरीका की चीन को चेतावनी

वॉशिंग्टन/टोकिओ/तैपेई – ‘ईस्ट चायना सी’ के सेंकाकू द्विपसमूह पर जापान का अधिकार है। इस कारण जापान के साथ सुरक्षाविषयक सहयोग होनेवाली अमरीका भी इस द्विपसमूह की सुरक्षा के लिए उत्तरदायी होने की घोषणा अमरीका के रक्षा मंत्रालय ने की। वहीं, तैवान की हवाई सीमा में लड़ाक़ू विमान और परमाणुअस्त्र से लैस बॉम्बर विमान रवाना करनेवाले चीन को अमरीका ने खरी खरी सुनायी है। अमरीका तैवान को आत्मसुरक्षा के लिए सहायता करेगी, ऐसा अमरीका के विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया। जापान और तैवान के बारे में अमरीका के नये प्रशासन ने किये बयान, चीन को इशारा देने के लिए होने का दावा किया जाता है।

japan-taiwan-usअमरीका के नवनियुक्त रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन और जापान के रक्षामंत्री नोबुआ किशी के बीच शनिवार को फोन पर चर्चा हुई। इसमें अमरिकी रक्षामंत्री ने सेंकाकू पर जापान कर रहा दावा क़ानूनी है, ऐसा डटकर कहा। साथ ही, अमरीका और जापान के बीच के रक्षासमझौते के ‘कलम ४’ के अनुसार, ईस्ट चायना सी में जापान से संबंधित परिस्थिति बदलने की यदि इक़तरफ़ा कोशिश की गयी, तो अमरीका उसकी सुरक्षा के लिए उत्तरदायी होगी’, ऐसा अमरीका के रक्षा मुख्यालय पेंटॅगान ने एक पत्रका द्वारा घोषित किया।

japan-taiwan-usउसीके साथ, जापान में तैनात अमरिकी जवानों की पुनर्तैनाती पर भी दोनों देशों के रक्षामंत्रियों के बीच चर्चा हुई, ऐसी जानकारी पेंटॅगॉन ने दी। इसके अलावा उत्तर कोरिया का परमाणुकार्यक्रम, क्षेपणास्त्र और जापान में कोरोनावायरस, इन मुद्दों पर भी जानकारी का आदानप्रदान हुआ। दो ही दिन पहले जापान ने, सेंकाकू द्विपसमूह और साऊथ चायना सी के मुद्दों को लेकर अमरीका को आवाहन किया था। इस क्षेत्र में चीन की बढ़ती आक्रामकता के खिलाफ़ अमरीका के बायडेन प्रशासन से सहयोग की उम्मीद है, ऐसा जापान ने कहा था।

अमरीका ने तैवान के मामले में चीन दिखा रहे आक्रामकता की आलोचना की। शनिवार को चीन के आठ लड़ाक़ू और चार बॉम्बर विमानों ने तैवान की हवाई सीमा में घुसपैंठ की थी। चीन के विमानों ने की इस घुसपैंठ पर तैवान ने आलोचना की थी। साथ ही, अपने लड़ाक़ू विमान भेजकर चीन के विमानों को खदेड़ दिया था। इसपर अमरीका की यह प्रतिक्रिया आयी है।

japan-taiwan-us‘इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के अपने मित्रदेशों की सुरक्षा, समृद्धि के लिए अमरीका प्रयासशील होगी। इन मित्रदेशों में लोकतंत्रवादी तैवान का भी समावेश है। तैवान को आत्मसुरक्षा के लिए अमरिका आवश्यक सहायता करेगी’, ऐसी घोषणा अमरीका के विदेश मंत्रालय ने की।

ईस्ट चायना सी’ के सेंकाकू के द्विपसमूह पर अपना अधिकार होने का दावा चीन कर रहा है। वहीं, तैवान यह भी अपना ही सार्वभूम भूभाग है, ऐसा चीन का कहना है। अन्य कोई भी देश, तैवान के साथ राजनीतिक तथा लष्करी सहयोग स्थापित ना करें, ऐसी धमकी चीन ने दी थी। लेकिन पिछले कुछ सालों से अमरीका ने तैवानविषयक नीति में बदलाव करके इस देश को अधिक सुरक्षा देने की तैयारी की है।

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