भारत के बिना इंडो-पैसिफिक सोच ही नहीं सकते – भारत में नियुक्त अमरीका के राजदूत गार्सेटी

नई दिल्ली – इंडो-पैसिफिक क्षेत्र भारत के बिना पूर्ण हो ही नहीं सकता। इस वजह से अमरीका के लिए भारत की अहमियत काफी बड़ी है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमरीका दौरे की ओर हम बड़ी उत्सुकता से देख रहे हैं, ऐसा भारत में नियुक्त अमरीका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा है। भारत और अमरीका के संबंधों को नई उंचाई प्रदान करने के लिए दोनों देश उत्सुक होने का दावा भी राजदूत गार्सेटी ने किया। 

भारत के बिनाभारत और अमरीका के नेता एक-दूसरे के मित्र हैं। साथ ही दोनों देशों की मित्रता भी गहरी हैं। इस वजह से प्रधानमंत्री मोदी के अमरीका दौरे में दोनों देशों के संबंध अधिक मज़बूत और व्यापक होंगे। यह संबंध इस दौरे में नई उंचाई पर पहुंचेंगे, ऐसा विश्वास अमरिकी राजदूत ने व्यक्त किया। साथ ही भारत की सुरक्षा को लेकर अमरीका को भी चिंता हैं, यह दावा करके इस मोर्चे पर भारत की सहायता करने के लिए अमरीका उत्सुक होने की बात राजदूत गार्सेटी ने स्पष्ट किया।

इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में भारत ही अमरीका का करीबी सहयोगी देश होने का बयान गार्सेटी ने किया। इसी बीच, प्रधानमंत्री मोदी के अमरीका दौरे की तैयारी शुरू हुई है और इसके लिए अमरीका ने कुछ निर्णय करने की बात स्पष्ट हुई है। इसमें भारत के लड़ाकू विमान ‘तेजस’ के लिए ज़रूरी इंजन की प्रौद्योगिकी भारत को प्रदान करने की तैयारी अमरीका ने दिखाई है। तेजस के लिए ज़रूरी इंजन ‘जीई’ यानी जनरलर इलेक्ट्रिक नामक अमरिकी कंपनी भारत को प्रदान करती है। इस इंजन की प्रौद्योगिकी प्राप्त हुई तो इससे देश को बड़ा लाभ हो सकता है।

इसके साथ ही अमरीका भारत को अन्य हथियार और रक्षा सामान की आपूर्ति करने के लिए उत्सुक होने की बात स्पष्ट हुई थी। प्रधानमंत्री मोदी के अमरीका दौरे में भारत को इससे संबंधित प्रस्ताव प्राप्त होगा, ऐसे दावे किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री के अमरीका दौरे से पहले अमरिकी रक्षा मंत्री लॉईड ऑस्टिन भारत का दौरा कर रहे हैं। उनके इस दौरे में दोनों देश रक्षा सामान एवं हथियारों के कारोबार पर चर्चा करने की संभावना जताई जा रही है।

इसपर दोनों देशों की सहमति होने पर प्रधानमंत्री के अमरीका दौरे में इससे संबंधित समझौतों पर हस्ताक्षर हो सकते हैं।

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