भारत ने सागरी सुरक्षा पर आयोजित की सुरक्षा परिषद की बैठक में अमरीका और चीन के बीच तीखी बहस

नई दिल्ली – भारत की अध्यक्षता में सागरी सुरक्षा के मुद्दे पर आयोजित की हुई सुरक्षा परिषद की बैठक में अमरीका और चीन के बीच तीखी नोकझोंक हुई। सागरी क्षेत्र में किसी भी देश की मग़रूरी और धमकियाँ बर्दाश्त नहीं कीं जा सकतीं, ऐसा बताकर अमरीका के विदेश मंत्री अँथनी ब्लिंकन ने ठेंठ साउथ चाइना सी क्षेत्र की समस्या का ज़िक्र किया। साथ ही, सागरी सुरक्षा पर चर्चा आयोजित करने के लिए अमरीका के विदेश मंत्री ने भारत का शुक्रिया अदा किया। इस कारण गुस्सा हुए चीन ने, अमरीका की दखलअंदाज़ी यही साउथ चाइना सी क्षेत्र की असली समस्या है, ऐसी आलोचना की।

सुरक्षा परिषद की बैठकअगस्त महीने में संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष पद भारत के पास आया है। इस दौर में आतंकवाद और सागरी सुरक्षा इन मुद्दों को सर्वाधिक अहमियत दी जाएगी, ऐसा भारत ने घोषित किया था। भारत के इस दावे के कारण, जागतिक आतंकवाद का केंद्र बना पाकिस्तान और सागरी सुरक्षा के लिए खतरनाक बना चीन, इनकी चिंताएँ बढ़ीं थीं। इससे पहले चीन ने सागर सुरक्षा के मुद्दे पर, सुरक्षा परिषद में चर्चा नहीं होने दी थी। लेकिन भारत ने इस समय आयोजित की चर्चा का विरोध चीन नहीं कर सका। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस चर्चा में, सागरी सुरक्षा और स्थिरता इन्हें सर्वाधिक महत्व होने का एहसास करा दिया। साथ ही, भारत यह इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में संपूर्ण सुरक्षा प्रदान करनेवाला देश है, यह प्रधानमंत्री मोदी ने डटकर कहा।

इस बैठक में रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन सहभागी थे। वहीं, अमरीका के विदेश मंत्री ब्लिंकन ने इस बैठक में चीन पर हमला किया। सागरी क्षेत्र में किसी भी देश की मग़रूरी और धमकियाँ बर्दाश्त नहीं की जायेंगी। साउथ चाइना सी क्षेत्र के देशों को ऐसी धमकियाँ मिल रही हैं और इस क्षेत्र पर गैरकानूनी रूप में अधिकार जताने की कोशिशें हो रहीं हैं। लेकिन इस क्षेत्र में बने संघर्ष के भयंकर अंतर्राष्ट्रीय परिणाम हो सकते हैं। सुरक्षा और व्यापार के लिए यह बात घातक साबित होगी, ऐसा अमरीका के विदेश मंत्री ब्लिंकन ने आगे कहा। ‘इसी कारण सागरी सुरक्षा के महत्व को मद्देनजर रखते हुए भारत ने इस मुद्दे पर सुरक्षा परिषद की बैठक आयोजित की, इसके लिए हम भारत का शुक्रिया अदा करते हैं’, ऐसा विदेश मंत्री ब्लिंकन ने कहा। साउथ चाइना सी क्षेत्र पर अपना स्वामित्व होने का दावा करनेवाले चीन को अमरीका के विदेश मंत्री ने दिया यह झटका सहन नहीं हुआ। इस बैठक में उपस्थित चीन के उपराजदूत दाई बिंग ने अपने देश की नाराज़गी ज़ाहिर की।

सुरक्षा परिषद की यह बैठक, यह साउथ चाइना सी का मुद्दा उपस्थित करने का उचित स्थान नहीं है। चीन और आसियान के सदस्य देश मिलकर इस समस्या को सुलझाने की कोशिशें कर रहे हैं। इस क्षेत्र में परिवहन की आज़ादी अबाधित है और यहाँ की स्थिरता भी बरक़रार है। अमरीका की दखलअंदाज़ी यही इस क्षेत्र की समस्या है। अमरीका अपने युद्धपोतों की इस क्षेत्र में घुसपैंठ कराके, इस क्षेत्र में अस्थिरता मचा रही है, ऐसा आरोप चीन के उपराजदूत ने किया।

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