बांगलादेश ने भारत के सामने रखा चितगौंग बंदरगाह का प्रस्ताव

ढ़ाका – विदेशमंत्री एस.जयशंकर ने बांगलादेश का दौरा करके उस देश की प्रधानमंत्री शेख हसिना से चर्चा की| इस चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री शेख हसिना ने भारत को चितगौंग बंदरगार का प्रस्ताव दिया| इस चितगौंग बंदरगाह का व्यवस्थापन भारत के हाथ आया तो भारत की अपने ईशान्य के राज्यों की कनेक्टिविटी काफी मात्रा में बढ़ेगी| इसी वजह से बिल्कुल अहम बंदरगार के तौर पर पहचाने जा रहे हैं इस चितगौंग बंदरगाह पर चीन की नज़रें गड़ी थी| लेकिन, बांगलादेश के नेतृत्व ने ही इससे संबंधित प्रस्ताव भारत के सामने रखने से चीन को बड़ा झटका लगा हैं|

विदेशमंत्री जयशंकर ने बांगलादेश के प्रधानमंत्री को भारत यात्रा का न्यौता दिया| इस दौरान दोनों देशों ने एक-दूसरें की कनेक्टिविटी यानी यातायात अधिक से अधिक विकसित करने की कोशिश करनी होगी, ऐसा प्रधानमंत्री हसिना ने इस दौरान कहा| इसका भारत के ईशान्य ओर के राज्यों को बड़ा लाभ प्राप्त होगा, ऐसा बयान भी प्रधानमंत्री हसिना ने किया हैं| इसी बीच चितगौंग बंदरगाह से जुड़ा प्रस्ताव देकर प्रधानमंत्री हसिना ने भारतीय लोगों को खूष कर दिया हैं| यह बंदरगाह अपने नियंत्रण में लाने के लिए चीन ने पिछले कुछ सालों से बड़ी जोरदार कोशिश शुरू की थी| इसके लिए चीन ने बांगलादेश में प्रचंड़ मात्रा में निवेश करना भी शुरू किया था|

बांगलादेश का इस्तेमाल भारत के विरोध में बतौर अड्डा करने का ध्येय चीन ने रखा था| इसमें चीन को शुरू में सफलता भी प्राप्त हुई| लेकिन, बाद में चीन के कर्ज़ के फंदे मे फंसे देशों की भयंकर कहानियॉं विश्‍व के सामने आयी थी| बांगलादेश के नेतृत्व ने समय के चलते सावध होकर चीन के कुछ प्रकल्प रद कर दिए थे| इसके साथ ही भारत, अमरीका, जापान और ऑस्ट्रेलिया इन देशों की ‘क्वाड’ में बांगलादेश भी शामिल होगा, ऐसीं खबरें आने से चीन का गुस्सा बेकाबू हो रहा था| इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे, ऐसा इशारा चीन ने खुलेआम दिया था| इससे चीन के सहयोग के खतरे अधिक स्पष्ट रूप से बांगलादेश के सामने आए थे| कोरोना की महामारी का कोहरान जारी होने के दौरान भारत ने ही बांगलादेश को अहम सहायता प्रदान की थी|

इस पृष्ठभूमि पर बांगलादेश ने भारत का सहयोग अधिक व्यापक करने का रणनीतिक निर्णय किया हैं| चितगौंग बंदरगाह को लेकर बांगलादेश की प्रधानमंत्री ने पेश किया हुआ प्रस्ताव यही दिखा रहा हैं|

Leave a Reply

Your email address will not be published.