बांगलादेश की प्रधानमंत्री भारत दौरे पर

नई दिल्ली – बांगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत दौरे पर हैं। विदेशमंत्री जयशंकर ने प्रधानमंत्री शेख हसिना से भेंट चर्चा की। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीच चर्चा होगी। इस दौरान द्वीपक्षीय सहयोग के समझौते पर हस्ताक्षर होंगे, ऐसा कहा जा रहा है। भारत पूर्व के देशों के साथ व्यापार बढ़ाने के लिए बुनियादी सुविधाएं विकसित कर रहा है और इससे भारत और बांगलादेश के सहयोग को काफी बड़ी अहमियत प्राप्त हुई है। इस पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री शेख हसीना की यह भारत यात्रा अहमियत रखती है।

कोरोना की महामारी का प्रभाव, यूक्रेन युद्ध और उछल रहीं ईंधन की कीमतों का बांगलादेश की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ रहा है। क्या इस वजह से बांगलादेश में भी श्रीलंका जैसी स्थिति निर्माण होगी? ऐसी चर्चा शुरू हुई थी। लेकिन, प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने देश की आर्थिक स्थिति को लेकर आत्मविश्‍वास व्यक्त किया। इसके बावजूद आर्थिक संकट का सामना करने के लिए बांगलादेश भारत के साथ अधिक सहयोग बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। पहले के समय में भारत ने बांगलादेश को चार बार ऋणसहायता प्रदान की थी। इसमें बंदरगाहों का विकास एवं हवाई अड्डे के विकास के लिए प्रदान किए निधी का समावेश हैं। आनेवाले समय में भी बांगलादेश को भारत से बड़ी मात्रा में ऋणसहायता एवं निवेष की उम्मीद रहेगी। प्रधानमंत्री शेख हसिना की इस दौरे में इसपर अहम चर्चा होगी, ऐसें दावे किए जा रहे हैं। लेकिन, बांगलादेश की सरकार ने इसकी अधिक जानकारी साझा नहीं की है।

भारत को भी पूर्व के देशों के साथ व्यापार बढ़ाने के लिए बांगलादेश की काफी आवश्‍यकता हैं। साथ ही अपना यह पड़ोसी देश चीनी निवेष के फंदे में ना फंसे, इसके लिए भी भारत ने कदम उठाए थे। कुछ समय पहले बांगलादेश भी चीनी निवेष के मोह में फंसा था और चीन ने अपने महत्वाकांक्षी ‘बेल्ट ऐण्ड रोड इनिशिएटिव’ के तहत बांगलादेश में चार अरब डॉलर्स निवेष करने का ऐलान किया था। लेकिन बाद में बांगलादेश की सरकार ने अपने कुछ प्रकल्प चीन के हाथ से निकाल लिए थे।

इसी बीच, भारत ने बांगलादेश के साथ सीमा विवाद का हल निकालने के लिए समझौता करके इस विवाद को खत्म किया था। लेकिन, दोनों देशों में बहने वाली नदियों के पानी के बटवारे पर अब तक भारत और बांगलादेश में सहमति नहीं हुई है। इस मुद्दे पर दोनों देशों के ‘जॉईंट रिवर कमिशन’ की हाल ही में बैठक हुई। इस दौरान कुछ नदियों के पानी के बटवारे पर सहमति होने के दावे किए जा रहे हैं। इस वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री शेख हसीना के दौरे पर इन नदियों के पानी बटवारे से समझौते पर हस्ताक्षर होंगे, यह जानकारी प्रदान की जा रही हैं।

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