इराक में हुए दोहरे आत्मघाती बम धमाके में ३२ की मौत

बगदाद – इराक की राजधानी बगदाद में आतंकियों ने किए दोहरे आत्मघाती हमलों में कम से कम ३२ लोग मारे गए और करीब १०० घायल हुए हैं। इनमें से कुछ घायलों की स्थिति बड़ी खराब होने का दावा इराकी सुरक्षा यंत्रणा कर रही है। इसी बीच इस हमले में ‘आयएस’ के आतंकियों का हाथ होने की आशंका इराकी सेना व्यक्त कर रही है। अमरीका में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद इराक में ‘आयएस’ ने यह धमाके किए हैं, इस ओर ध्यान आकर्षित किया जा रहा है।

इराक की राजधानी गुरूवार सुबह ही इन आत्मघाती धमकों से दहल उठी। बगदाद के बाब अल-शर्की शहर में इनमें से पहला आत्मघाती हमला हुआ। इस हमले में हमलावर आतंकी ने बीमार होने का नाटक करके अपने करीब भीड़ इकठ्ठा की और बाद में विस्फोट किया। इस विस्फोट में काफी संख्या में लोग मारे गए हैं, यह जानकारी इराक के अंदरुनि रक्षा मंत्रालय ने प्रदान की। इस विस्फोट के घायलों की सहायता के लिए भीड़ हो रही थी, तभी वहीं पर खड़े अन्य आत्मघाती हमलावर ने दूसरा विस्फोट किया। इस वजह से इस हमले में मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई और घायलों की स्थिति भी काफी खराब होने की बात इराकी अधिकारी ने कही है।

इराक में इतना भीषण आत्मघाती हमला बीते कुछ महीनों के बाद हुआ है। इस हमले की ज़िम्मेदारी अभी किसी भी संगठन ने स्वीकारी नहीं है। लेकिन, इस तरह के हमले करने के लिए जानी जा रही ‘आयएस’ ही इस हमले के पीछे होगी, ऐसी आशंका जताई जा रही है। इराक में दुबारा आतंकी हमले करके ‘आयएस’ अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रही है। इन्हीं कोशिशों के एक हिस्से के तौर पर इस संगठन ने गुरूवार के दिन इन हमलों को अंज़ाम दिया, यह दावा किया जा रहा है। इराकी सेना ने भी अपनी कार्रवाई में ‘आयएस’ का बड़ा नुकसान होने की बात कही है।

इराक में मौजूद संयुक्त राष्ट्रसंघ के अधिकारियों ने इन हमलों पर तीव्र चिंता व्यक्त की है। साथ ही इन हमलों की वजह से इराक में स्थिरता स्थापित करने के लिए जारी गतिविधियों का नुकसान हो सकता है, ऐसा ड़र राष्ट्रसंघ ने व्यक्त किया है। इसके अलावा अमरीका, इजिप्ट, जॉर्डन और तुर्की ने भी इराक में हुए इन हमलों की सख्त शब्दों में आलोचना की है। फिलहाल इराक में चुनावी गतिविधियां जारी हैं। ईरान समर्थक गुट और इराक के राष्ट्रवादी गुटों के बीच यह होड़ जारी होने का दावा किया जा रहा है। ऐसे में आतंकियों ने यह विस्फोट किए हैं, ऐसा इराकी माध्यमों का कहना है।

इसी बीच अमरीका ने कुछ दिन पहले ही इराक में तैनात अपने सैनिकों की संख्या में कटौती की है। अब इराक में महज ढ़ाई हज़ार अमरिकी सैनिक तैनात हैं। अमरीका के सैनिकों की वापसी के बाद आतंकियों ने इराक में यह विस्फोट किए हैं, यह दावा भी किया जा रहा है।

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