अल कायदा का मुखिया जवाहिरी पाकिस्तान में होने का अमरीका के साप्ताहिक का दावा

वॉशिंग्टन, दि. २२ :  ‘अल कायदा’ का मुखिया डॉ. आयमन अल जवाहिरी भी पाकिस्तान में है, ऐसा दावा अमरीका के एक साप्ताहिक ने किया है| पाकिस्तान की खुफिया एजन्सी ‘आयएसआय’ ने जवाहिरी को कराची शहर में अपनी सुरक्षा में रखा है| इतना ही नहीं, बल्कि जवाहिरी को अमरीका पर भीषण आतंकी हमला करना है, ऐसी जानकारी भी अमरीका इस के साप्ताहिक ने दी|

जवाहिरीअल कायदा का पहला मुखिया और अमरीका के ट्विन टॉवर पर हुए आतंकवादी हमले का साज़िशकर्ता ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान के अबोटाबाद शहर में छिपकर बैठा था| सन २०११ में अमरीका ने पाकिस्तान में घुसकर लादेन को ढेर किया था| इससे पाकिस्तान की आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बदनामी हुई| फिर भी अमरीका ने पाकिस्तान के संदर्भ में कड़ा रूख़ नहीं अपनाया था| उसके बाद तालिबान का मुखिया मुल्ला ओमर यह भी पाकिस्तान में ही था और पाकिस्तान में ही उसने आखिरी साँस ली, ऐसे स्पष्ट हुआ था| अब जवाहिरी भी पाकिस्तान के कराची शहर में है, ऐसी संभावना जताते हुए ‘द न्यूजवीक’ इस अमरिकी साप्ताहिक ने खलबली मचायी है|

भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार यह दावा किया जा रहा है, ऐसा ‘द न्यूजवीक’ ने कहा है| ‘आयएसआय’ ने जवाहिरी को रखा होगा, ऐसा शक जताते हुए, वह पाकिस्तान में ही है, ऐसा विश्‍वास के साथ कहा जा सकता है, ऐसा दावा इस साप्ताहिक ने किया| जवाहिरी के वास्तव्य के लिए  कराची शहर को चुनने के पीछे एक हेतु है| क्योंकि अबोटाबाद जैसा कराची शहर पर हमला करना अमरीका के लिए आसान नहीं होगा, ऐसा ‘आयएसआय’ को लगता है| यह जानकारी देते समय, अपने सूत्रों में पाकिस्तान के कुछ पूर्व अधिकारियों का समावेश है, ऐसा साप्ताहिक ने कहा है|

अपनी मृत्यु से पहले अमरीका पर ख़तरनाक हमला करने की जवाहिरी की योजना है| यही उसकी अंतिम इच्छा है, ऐसा दावा ‘द न्यूजवीक’ ने किया| इस दावे पर अब तक किसी ने भी प्रतिक्रिया दर्ज नहीं की है| लेकिन अल कायदा और तालिबान समेत अन्य आतंकी संगठनों के लीडर्स पाकिस्तान में रह रहे थे और यहीं से उन्होंने अपने आतंकी कारनामों का सूत्रसंचालन किया, ऐसा सामने आया है| पाकिस्तान ने हालाँकि अपने ऊपर लगाए गये इन इल्ज़ामों को नकारा है, मग़र फिर भी अपना देश आंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद का केंद्र बना है, इस बात का अब पाकिस्तान के लीडर्स और विशेषज्ञ स्वीकार कर रहे हैं|

ऐसे हालातों में यदि जवाहिरी पाकिस्तान में मिल गया, तो पाकिस्तान के ऊपर मँड़रा रहा अमरिकी सेना की कार्रवाई का संकट और भी गहरा हो जायेगा| साथ ही, पाकिस्तान को ‘आतंकवादी देश’ घोषित करने की माँग और भी अधिक तीव्र हो जाएगी|

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