अगले वर्ष तक एअर डिफेन्स कमांड’ कार्यरत किया जाएगा रक्षादल प्रमुख जनरल रावत का ऐलान

नई दिल्ली: देश की हवाई सुरक्षा की जिम्मेदीर उठाने के लिए गठित हो रही एअर डिफेन्स कमांडअगले वर्ष के शुरू में ही कार्यरत होगी, यह ऐलान रक्षादलप्रमुख जनरल बिपीन रावत ने किया| साथ ही भारत दो से पांच थिएटर कमांडविकसित करेगा और जम्मूकश्मीर के लिए स्वतंत्र थिएटर कमांडहोगी, यह कहकर इसके लिए आवश्यक गतिविधियां शुरू होने की जानकारी जनरल रावत ने दी| तभी समुद्री सुरक्षा का भार पेनेन्सुला कमांडके हाथ दिया जाएगा और वर्ष २०२१ से यह कमांड सक्रिय होगी, यह ऐलान जनरल रावत ने किया|

३१ दिसंबर के रोज जनरल रावत ने देश के पहले रक्षादलप्रमुख पद का जिम्मा स्वीकारा था| भारतीय रक्षादलों में समन्वय और सहयोग बढाने के लिए इस पद का निर्माण करने का निर्णय किया गया है| इसके जरिए जल्द ही भारतीय रक्षादलों की दुबारा रचना करने के संकेत दिए जा रहे थे| इसके अनुसार जल्द ही दो से पांच थिएटर कमांड का निर्माण करने का ऐलान जनरल रावत ने किया| इसमें देश की हवाई सुरक्षा की पुरी जिम्मेदारी उठानेवाला एअर डिफेन्स कमांडवर्ष २०२१ के शुरू में ही कार्यरत होगा, यह बयान जनरल रावत ने किया है|

इस एअर डिफेन्स कमांड के हाथ में लंबी दूरी के मिसाइल्स और हवाई सुरक्षा यंत्रणा दी जाएगी| एअर मार्शल पद के अधिकारी के हाथ में इसका नेतृत्व दिया जाएगा| हवाई हमलों से देश की रक्षा करने की जिम्मेदारी इस कमांड पर रहेगी| वायुसेना के लिए करीबन ११४ लडाकू विमानों की खरीद की प्रक्रिया तेज की जा रही है, यह जानकारी भी इस अवसर पर जनरल रावत ने साझा की| पिछले वर्ष पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट पर हवाई हमला करके आतंकियों को खतम किया था| इसके बाद पाकिस्तान ने भारत की हवाई सीमा का उल्लंघन करके जवाब देने की कोशिश की थी| इस दौरान हवां में हुई मुठभेड में भारत ने अपना एक लडाकू विमान खोया था| इस बात की नोंद रखखर हवाई सुरक्षा अधिक कडी करने के लिए एअर डिफेन्स कमांडकार्यरत की जा रही है|

तभी, भारतीय नौसेना के पूर्वीय और पश्‍चिमी कमांड को एक करके उससे पेनेन्सूला कमांडगठित की गई है| समुद्री सुरक्षा का जिम्मा इस कमांड पर रहेगा| भारतीय नौसेना और एक विमान वाहक युद्धपोत की मांग कर रही है और इस पर विचार शुरू होने की जानकारी इस दौरान जनरल रावत ने दी| इस वजह से नौसेना के बेडे में एक ही समय पर तीन विमान वाहक युद्धपोत तैनात रह सकते है| पर, फिलहाल विमान वाहक युद्धपोतों से भी अधिक पनडुब्बियों की अधिक अहमियत दी जाएगी, यह बात रक्षादलप्रमुख ने स्पष्ट की|

साथ ही रक्षा एवं अन्य सामान की आपुर्ति करने के लिए लॉजिस्टिक कमांडगठित की जाएगी| विदेश में भी इस कमांड के अड्डे विकसित करना मुमकिन होगा, यह भी जनरल रावत ने स्पष्ट किया है| जम्मूकश्मीर के लिए स्वतंत्र कमांड का निर्माण होगा और इसके लिए जरूरी गतिविधियां जारी होने की बात जनरल रावत ने स्पष्ट की| भारत के इस निर्णय की बडी गुंज सुनाई देगी और इससे आंतवाद का इस्तेमाल करके भारत से छुपी लडाई कर रहे पाकिस्तान को काफी बडा झटका लगेगा| कश्मीर में आतंकी हमला करवाकर और इस हमले की जिम्मेदारी ठुकरानेवाले पाकिस्तान को भारतीय रक्षादलों में हो रहे इस बदलाव से सदमा लग सकता है|

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